देश भयावह कर्ज के जाल में फंसा
नई दिल्ली (दोपहर आर्थिक डेस्क)। एक और जहां सरकार इस साल से हर साल पुराने लिए गए कर्ज पर केवल 9 लाख करोड़ रुपए ब्याज चुकाएगी, वहीं अब भारत का कुल कर्ज उसकी विकास दर से आगे निकल गया है यानि जितना रूपया आय होगी उतनी ही कर्ज की राशि भी देनी…
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