लता मंगेशकर नहीं रही, 92 वर्ष की आयु में निधन
फिल्म जगत से लेकर पूरे देश में मायूसी
मुंबई (दोपहर प्रतिनिधि)। सुरों की सरताज एवं लाजवाब गायिका लता मंगेशकर का निधन हो गया। वे पिछले २९ दिनों से ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती थी और उनकी स्थिति भी नाजुक बनी हुई थी। स्वर कोकिला ने अपने जीवन में खूब संघर्ष किया। करियर की शुरुआत में वे अभिनेत्री बनी थी बाद में वह गायिका बनी जिन्हें हम कभी नहीं भूल पायेंगे। उन्हें बचपन से ही गायन का शौक रहा है।
कई पुरुस्कारों से नवाजा गया
यूं तो स्वर कोकिला को कई हजारो पुरुस्कार मिले लेकिन पद्म भूषण १९६९, दादा साहब फालके पुरुस्कार १९८९, पद्म विभूषण १९९९, भारत रत्न २००१, लाइफटाइम अचीवमेंट के लिए वन टाइम अवार्ड २००८ आदि बेहद खास रहे। इसके अलावा उन्हें सर्वश्रेष्ठ महिला पाश्व गायिका का तीन बार अवार्ड भी मिल चुका है। उनका इस तरह चले जाना भारतीय फिल्म जगत एवं संगीत के शौकिनों के लिए एक निराशा वाला खबर है।