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dainikdopahar2689 posts 0 comments
खरगोन : प्रशासन ने सख्त कार्रवाई शुरू की, 16 मकान और 29 दुकानें नेस्तनाबूद
खरगोन (निप्र)। खरगोन में आज तीसरे दिन भी कर्फ्यू जारी है। वहीं रातभर आगजनी की घटनाएं होती रही हैं। प्रशासन ने कल शासकीय भूमि पर बने 16 मकान और 29 दुकानों को तोड़ा और वहां से 45 से ज्यादा अतिक्रमण भी हटाए गए हैं। आज भी कर्फ्यू लगा हुआ है।…
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नहीं बढ़ेगी अब पेट्रोल-डीजल की कीमतें
नई दिल्ली (ब्यूरो)। सरकार अब कुछ समय के लिए पेट्रोल डीजल की कीमते स्थिर करने के लिए कंपनियों को निर्देशित कर चुकी हैं, हालांकि कंपनियां अभी भी पेट्रोल पर पंद्रह रुपए और डीजल पर 22 रुपए और बढ़ाने के लिए निरंतर दबाव बनाये हुए हैं। सरकार…
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चार लाख पौधों से संवारा जाएगा साढ़े सात नदियों को
(आशीष साकल्ले)
इंदौर। मालवा की धरा का अपना अलग ही महत्व है। यही वजह है कि अबके बरस बरसात में यहां से निकलने वाली साढ़े सात नदियों को चार लाख पौधों से संवारा जाएगा। इसके साथ ही, भगवान परशुराम की जन्म स्थली जानापाव का पुराना वैभव एक बार…
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कश्मीर फाइल्स पर 57 सेकंड की अनटोल्ड कश्मीर का तमाचा
अब कश्मीर पुलिस ने दिया कश्मीर फाईल का जवाब
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सज्जन वर्मा-पटवारी सहित कई नेता इस बार सदन नहीं जा पाएंगे
इंदौर। भाजपा कांग्रेस के कई दिग्गज नेताओं को लेकर आगामी विधानसभा चुनाव में घर बैठाने को लेकर बड़े पैमाने पर रणनीति तैयार कर चुकी है। लगातार जीत रहे कई नेता इस बार संघ और भाजपा निशाने पर रहेंगे। पूर्व केन्द्रीय मंत्री सज्जन वर्मा,…
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डेढ किलोमीटर क्षेत्र में कैसे बन सकते हैं तीन सीएम राइज स्कूल?
इंदौर। प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में एक सीएम राइज स्कूल बनाए जाने के नीतिगत निर्णय के विपरीत जहां महानगर के एक ही विधानसभा क्षेत्र और मात्र डेढ किलोमीटर क्षेत्र में दो-तीन सीएम राइज स्कूल खोले जा रहे हैं, वहीं महाराजा शिवाजी राव हायर…
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8 लाख करोड़ के बैंक ऋण ढाई लाख करोड़ में निपटे
नई दिल्ली (ब्यूरो)। केन्द्र सरकार ने डूब रहे बैंक कर्ज और उद्योगों को लेकर एक नया कानून बनाकर इनके लिए बड़े पैमाने पर डूब रहे उद्योगों का उद्धार करने का ऐलान किया था। इसके लिए दिवालिया या शोधन अक्षमता संहिता (आईबीसी) को लागू किया था।…
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सुलेमानी चाय-क्यों ना दोनों काजियों के नाम चाँद काजी रख दिया जाए?…..रफत वारसी को इंदौर से मिला…
क्यों ना दोनों काजियों के नाम चाँद काजी रख दिया जाए?इंदौर शहर बड़ा है इसीलिए काजी भी दो हो गए, अच्छी बात है , लेकिन क्यों ना दोनों शहर काजियो के नाम अब चांद काजी रख दिए जाएं,? हमारे काजी साहब रमजान, ईद और मोहर्रम के वक्त तो चांद पर…
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