डेढ किलोमीटर क्षेत्र में कैसे बन सकते हैं तीन सीएम राइज स्कूल?
महाराजा शिवाजीराव हायर सेकंडरी स्कूल के मुद्दे को लेकर जबरदस्त विरोध
इंदौर। प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में एक सीएम राइज स्कूल बनाए जाने के नीतिगत निर्णय के विपरीत जहां महानगर के एक ही विधानसभा क्षेत्र और मात्र डेढ किलोमीटर क्षेत्र में दो-तीन सीएम राइज स्कूल खोले जा रहे हैं, वहीं महाराजा शिवाजी राव हायर सेकंडरी स्कूल को सीएम राइज स्कूल खोले जाने का जबरदस्त विरोध शुरू हो गया है।
उल्लेखनीय है, कि महानगर में सीएम राइज स्कूल खोले जाने की कवायदें चल रही है। इसी के चलते, विधानसभा क्षेत्र क्रं. ३ स्थित महाराजा शिवाजी राव हायर सेकंडरी स्कूल को सीएम राइज स्कूल बनाए जाने की कवायदें की जा रही है, जिसका हर स्तर पर विरोध शुरू हो गया है। विरोध की वजह भी न केवल तर्कसंगत है, बल्कि जायज भी। बावजूद इसके, राजनीतिक दबाव के चलते न केवल शिक्षा विभाग स्वयं को असहाय महसूस कर रहा है, बल्कि स्थानीय प्रशासन भी स्वयं को मजबूर महसूस कर रहा है।
खेल संगठनों ने खोला मोर्चा…
देखा जाए तो महानगर के मध्य क्षेत्र में स्थित महाराजा शिवाजी राव हायर सेकंडरी स्कूल को सीएम हाइराइज स्कूल बनाए जाने के खिलाफ विभिन्न खेल संगठनों ने मोर्चा खोल दिया है। उनका कहना है, कि शहर के मध्य क्षेत्र में स्थित स्कूल का ग्राउंड खेल गतिविधियों का एकमात्र मैदान है। यदि इस स्कूल को सीएम राइज स्कूल बनाया जाता है तो यहां संचालित होने वाली तमाम खेल गतिविधियां बंद हो जाएंगी। इससे खिलाड़ियों को भी नियमित अभ्यास करने में परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। चिमनबाग खेल परिषद के सचिव किशोर शुक्ला,विश्वास खरे एवं सुबोध चौरसिया ने बताया कि यदि महाराजा शिवाजीराव हायर सेकंडरी स्कूल को सीएम राइज स्कूल बनाया गया तो विभिन्न खेल संगठन एवं खिलाड़ी चरणबध्द आंदोलन करेंगे।
एक विधानसभा में दो-तीन सीएम राइज स्कूल कैसे संभव…
यहां यह प्रासंगिक है कि शासन के नियमानुसार, एक विधानसभा क्षेत्र मेें एक ही सीएम राइज स्कूल खोला जाना है। इस दृष्टि से विधानसभा क्षेत्र क्रं. ३ में पहले ही अहिल्या आश्रम को सीएम राइज स्कूल बनाया जा चुका है। इसके बावजूद, राजनीतिक दबाव के चलते महाराजा शिवाजी राव हायर सेकंडरी स्कूल को भी सीएम राइज स्कूल बनाए जाने की कोशिशें की जा रही है। इधर, शा. बाल विनय मंदिर को भी सीएम राइज स्कूल बनाया जा चुका है। अब यदि महाराजा शिवाजीराव हायर सेकंडरी स्कूल को भी सीएम राइज स्कूल बनाया जाता है तो मात्र डेड़ किलोमीटर की परिधि में ही तीन सीएम राइज स्कूल हो जाएंगे। सवाल यह उठता है कि क्यायह उचित है।
हेरीटेज बिल्डिंग के साथ कैसेकी जा सकती है छेड़छाड़…
यहां सर्वाधिक महत्वपूर्ण तथ्य यह है, कि महाराजा शिवाजी राव हायर सेकंडरी स्कूल १५० वर्ष पुराना है और यह एक ऐतिहासिक व पुरातत्विक महत्व की इमारत है। यदि इसे सीएम राइज स्कूल बनाया जाता है तो इस हेरिटेज बिल्डिंग के साथ छेड़छाड़ होगी और इस ऐतिहासिक इमारत के अस्तित्व को भी खतरा हो सकता है। इस दृष्टि से देखा जाए तो इसे किसी भी दृ्ष्टि से सीएम हाइराइज स्कूल नहीं बनाया जा सकता।