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गुस्ताखी माफ़: निपटाने के चक्कर में पार्टी निपट रही है…एक और वीडियो लांच हो गया…नजरें…

निपटाने के चक्कर में पार्टी निपट रही है... भाजपा में इन दिनों एक दूसरे को निपटाने के अभियान में भाजपा खुद निपटने की स्थिति में आ गई है। अकेले शिवराजसिंह चौहान ही पूरे प्रदेश में किला लड़ा रहे है। दूसरी ओर हर क्षेत्र में बगावत दिखने लगी…
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गुस्ताखी माफ़: छोरो हुओ नहीं नाम करण की तैयारी…छोरो हुओ नहीं नाम करण की तैयारी…

छोरो हुओ नहीं नाम करण की तैयारी... गुजराती समाज के झंडाबरदार यानी पंकज संघवी पिछले दिनों देश के गृहमंत्री अमित शाह से गुलदस्ता लेकर निमंत्रण देने विमानतल पहुंचे थे फिर उसी गुलदस्ते के साथ वे 19 सेकंड की मुलाकात के बाद वापस आ गये। इसके…
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गुस्ताखी माफ़: दयालु के क्षेत्र में यह क्या…अब असरदारों को काम पर लगाया…

दयालु के क्षेत्र में यह क्या... तीन दिन पहले क्षेत्र क्रमांक दो में आकाश बाबू द्वारा एक बैठक भाजपा कार्यकर्ताओं और नेताओं की निगम के सभापति मुन्नालाल यादव के झंडे तले आहूत की। इस बैठक में क्षेत्र के विधायक यानी दादा दयालु नहीं थे। इस…
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गुस्ताखी माफ़: दयालू घबराए, चिन्टू फारम में आए…राजनीति से घर घाट हो गया…

दयालू घबराए, चिन्टू फारम में आए... चिन्टू भिया इन दिनों पूरी तरह फुलफारम में आ गए है और उन्हें यह भी भरोसा हो गया है कि अब वे ही केवल दादा दयालु को तीरथ पर भेज सकते है। पता नहीं यह उनका विश्वास है या मुगालता। उनके आसपास से जो सूचनाएं आ…
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गुस्ताखी माफ़: मेरा टेसू अब नहीं अड़ा और ना ही मांगे अब खाने को दहीबड़ा…

मेरा टेसू अब नहीं अड़ा और ना ही मांगे अब खाने को दहीबड़ा... भाजपा में भले ही संगठन अब अगले साल की चुनावी तैयारियों का दावा कर रहा हो, परंतु दूसरी ओर उम्रदराज हो रहे नेताओं का भाजपा से मोह लगभग खत्म हो गया है। कहावत है मेरा टेसू नहीं अड़ा…
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गुस्ताखी माफ़: दु:खी और त्यागे कांग्रेसियों की सुनवाई शुरू…

दु:खी और त्यागे कांग्रेसियों की सुनवाई शुरू...इन दिनों इंदौर में कांग्रेस के नगर और ग्रामीण अध्यक्ष पर मेहरबान और पहलवान वाला समीकरण बिगड़ रहा है। इसके चलते लंबे समय से गरीब कांग्रेसी जो दुआएं मांग रहे थे, उसके पूरी होने की संभावना अब…
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कूदत-फिरत……..बाजे केवल पेजनिया…….

कूदत-फिरत........बाजे केवल पेजनिया....... आ धी रात चकवा अपनी खिड़की से खाली जंगल को जब निहार रहा था तो उस वक्त चकवी ने आकर पूछा... क्या देख रहे हो। इस पर चकवे ने कहा कि राजनीति की रात बड़ी लंबी होती है और काटे नहीं कटती है। इस पर पुन: चकवी…
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गुस्ताखी माफ़- ताई की मांद में पत्थर कौन फेंककर आया …

ताई की मांद में पत्थर कौन फेंककर आया ... इ स समय शहर का आम नागरिक यह नहीं समझा पा रहा है कि जो वह इस समय शहर में जो देख रहा है, वह विकास के नाम पर भूखों के खाने की व्यवस्था हो रही है या अधिकारियों के ब्रह्म भोज की। विकास की रोशनी आंखों…
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गुस्ताखी माफ़- बनते-बिगड़ते रिश्तों के बीच भगत की भक्ति में ही सार बचा है..

बनते-बिगड़ते रिश्तों के बीच भगत की भक्ति में ही सार बचा है..राजनीति में कोई किसी नेता का लंबे समय दुश्मन नहीं रहता और लंबे समय दोस्त भी नहीं रहता। भाजपा में यह परंपराएं अब पहले से ज्यादा बदलने लगी हैं। रायता फैलने की प्रवृत्ति इतनी…
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गुस्ताखी माफ़: भाजपा तीरथ एक बार…

भाजपा तीरथ एक बार... पिछले दिनों क्षेत्र क्रमांक एक के विधायक संजू बाबू ने अपनी तीरथ यात्रा प्रधानमंत्री को क्या समर्पित कर दी, सारे समीकरण ऊपर-नीचे हो गए। कांग्रेसियों का मानना है कि यह तो होना ही है। वैसे भी महापौर चुनाव के बाद अपने ही…
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