गुस्ताखी माफ़: आओ तीन-दो पांच खेलें…मरीज से कोई नहीं पूछताछ…पट्ठों के विवाद में…

आओ तीन-दो पांच खेलें... धीरे-धीरे अब आर.के. स्टूडियो की नई पटकथा लगभग लिखी जा चुकी है। इसके अनुसार जो नई कहानी तैयार हुई है उसमें कलाकार तो वही हैं पर भूमिकाओं में परिवर्तन दिखाई दे रहा है। इसके अंतर्गत जहां क्षेत्र क्रमांक 3 अब नए…
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गुस्ताखी माफ़: दादा के माल की बात ही निराली…क्या करें शेखावत का…यह जादूगरी किसने…

दादा के माल की बात ही निराली... अंतत: लाड़ली बहना आयोजन में प्रशासन के साथ भाजपा कार्यकर्ताओं ने भी अपनी पूरी ताकत लगाकर कार्यक्रम को किनारे तक पहुंचा दिया। फिर भी इंदौर जिले में लाड़ली बहनाओं के खाते में जा रहे पैसों के अनुपात में बहनाओं…
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गुस्ताखी माफ़: भिया ने चार लाइना में ही तीन विधानसभाए हिला दी…दिग्गी ने गली में ही ले लिए चार…

भिया ने चार लाइना में ही तीन विधानसभाए हिला दी... आर.के. स्टूडियों के भिया ने पिछले दिनों एक बयान देकर पूरे शहर की भाजपाई राजनीति में उथल-पुथल मचा दी है। उनकी नई फिलिम आ गई है। उन्होंने कहा था कि मैं इतना बुढ़ा नहीं हो गया हूं कि चुनाव…
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गुस्ताखी माफ़: भाभी का जलवा…अब कांग्रेस में घुसपैठ शुरू…ऐसा क्यों हो रहा है…

भाभी का जलवा... पिछले दिनों मालवा और खरगोन के प्रवास पर आए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा जब विमानतल के वीआईपी लाउंज में चले गए थे और वापस नहीं आ रहे थे, इस दौरान मामाजी यानी शिवराजसिंह चौहान ने उनसे कहा कि मालिनी भाभी आप से…
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गुस्ताखी माफ़: ज्योतिबाबू पर क्यों लग रहे है निशाने पर निशाने…महिला अफसरों ने कसी नकेल…

ज्योतिबाबू पर क्यों लग रहे है निशाने पर निशाने...राजनीति की बगिया के रंग बदलते फूल का नाम ही नेता है और उस फूल पर ज्यादा ध्यान जाता है, जो अपनी डाली से दूसरे की डाली पर झूमता रहता है और कभी-कभी झूमने के बाद भी कई मुसीबतें फूल के पास…
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गुस्ताखी माफ़: देश हित में हमें सत्ता पर बनाए रखो…कौन भिया तालाब खोद गए… ईनाम घोषित

देश हित में हमें सत्ता पर बनाए रखो... इन दिनों भाजपा की सरकार फिर से स्थापित करने को लेकर जमीनी नेताओं से लेकर कार्यकर्ताओं को जोश भरने के लिए बड़े-बड़े दिग्गज नेता इंदौर की धरती पर अवतरित हो रहे हैं। पिछले पंद्रह साल से जिन नेताओं और…
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गुस्ताखी माफ़: रामायण और महाभारत तो हो गई, पर उनका क्या हुआ भिया…दयालू की रियासत में सियासत का…

रामायण और महाभारत तो हो गई, पर उनका क्या हुआ भिया... पलासिया चौराहे पर पिछले दिनों बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने शहर में बिक रहे मादक द्रव्यों को लेकर जो प्रदर्शन किया, बाद में प्रदर्शन से लेकर चक्काजाम तक गाड़ी बढ़ी और फिर लाठीचार्ज के साथ…
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गुस्ताखी माफ़- नेताओं की कलंत्री और बाबाओं की जंत्री….राजा की बीस करोड़ी योजना…उमाजी को…

नेताओं की कलंत्री और बाबाओं की जंत्री आने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर जहां शहर में विकास कार्यों से ज्यादा उम्मीदवारों को अब बाबाओं की कथा पर ही भरोसा दिखाई दे रहा है, आने वाले समय में शहर में लगभग हर दूसरी विधानसभा में बड़ी कथाएं,…
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गुस्ताखी माफ़: भिया, मूंछें हों तो परिहार-सेठिया जैसी…. उषा दीदी के पीले चावल…ऐसा-वैसा…

भिया, मूंछें हों तो परिहार-सेठिया जैसी सहकारिता विभाग में इन दिनों सहकारिता मंत्री के दो राम-लखन पिछले बारह सालों से डंटे हुए हैं। कई आए और कई गए, परंतु इनका बाल बांका नहीं हो पाया है, यानी सैंया ही कोतवाल तो डर काहे का... जलवा यह है कि…
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गुस्ताखी माफ़: दयालु के क्षेत्र में यह क्या…अब असरदारों को काम पर लगाया…

दयालु के क्षेत्र में यह क्या... तीन दिन पहले क्षेत्र क्रमांक दो में आकाश बाबू द्वारा एक बैठक भाजपा कार्यकर्ताओं और नेताओं की निगम के सभापति मुन्नालाल यादव के झंडे तले आहूत की। इस बैठक में क्षेत्र के विधायक यानी दादा दयालु नहीं थे। इस…
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