पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव.. जनहित के मुद्दे गायब

देश के पांच राज्यों उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं। अभी तक उत्तराखंड तथा उत्तर प्रदेश में काफी मतदान हो चुका है, वहीं अब सबका ध्यान अगले चरण के साथ ही पंजाब, गोवा और मणिपुर में लगा हुआ है। देखा गया है कि इन चुनाव में जनता के मुद्दे खासकर महंगाई के बारे में कोई भी नेता बोलने को तैयार नहीं है। केवल एक-दूसरों पर आरोप-प्रत्यारोप की झड़ी लगाने में ही महारत हासिल किए हुए हैं। जबकि युव्रेसन पर रूस के हमले की खबरों की तैयारी के बीच अंतरराष्ट्रीय बाजारों में कच्चे तेल के भाव 100 डॉलर तक पहुंचने को बेताब है और इसके बाद दुनियाभर में जो महंगाई की आग भड़केगी उससे लोग बेखबर हैं, परंतु राजनेता तो केवल अपनी-अपनी सत्ता और कुर्सी बचाने के लिए एक-दूसरे को नीचा दिखाने से बाज नहीं आ रहे हैं। जनहित के मुद्दे कोई भी उठाने को तैयार नहीं है। वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस-भाजपा, समाजवादी पार्टी, अकाली दल, आप पार्टी और अन्य छोटे-मोटे क्षेत्रीय दलों ने चुनावी घोषणा पत्र वादे और संकल्प पत्र में एक बार फिर आम लोगों को छलने का लालीपान देने का प्रयास किया है। कुछ नेता किसानों को कर्ज माफी की लालच दे रहे हैं तो कुछ जनता को प्रसी अन्न, तो किसी ने महिलाओं के हित में घोषणाएं कर दी तो कोई बच्चों के पढ़ाई का खर्च और लेपटॉप देने की बात कर रहा है। इन चुनावों में देखा गया है कि कुछ नेता धर्म के नाम पर वोट मांग रहे हैं, कुछ विकास के मुद्दे पर वोट मांग रहे हैं कुल मिलाकर सभी नेता आम लोगों की भलाई की बात कर रहे हैं, लेकिन धरातल पर ऐसा कोई मुद्दा दिखाई नहीं देता जिससे चुनाव के बाद लोगों का फायदा हो सके। उधर कच्चे तेल के भाव में आग लगने के बाद और चुनाव परिणाम आने के बाद यानि की ये मान के चलिए कि 10 मार्च के बाद जैसे ही परिणाम आएंगे वैसे ही तेल वंसपनियां पेट्रोल-डीजल के भाव मनमाने तौर पर बढ़ाएगी। अनुमान के मुताबिक 10 से 15 रुपये तक का भार बढ़ सकता है जिसका असर ट्रक भाड़े से लेकर सभी वस्तुओं पर पड़ेगा और आम जनता महंगाई की मार से परेशान होगी। यानि हर परिवार हर व्यक्ति की जेब पर अतिरिक्त भार पड़ने वाला है, लेकिन चुनाव में देखा जाए तो नेता मनमाने तौर पर पैसा खर्च कर रहे हैं। यह जरूर है कि उत्तर प्रदेश, पंजाब और उत्तराखंड के परिणाम आने वाले लोकसभा 2024 के चुनाव की दशा और दिशा तय करेंगे।

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