इस बैंक में जमा है 31 करोड़ से ज्यादा रामनाम
रामनवमी पर विशेष.....
इंदौर। शहर में एक परिवार लंबे समय से राम नाम बैंक का संचालन कर रहा है स्नेहलतागंज स्थित इस कार्यालय में ३१ करोड़ रामनाम लिखे हुए जमा हो चुके थेजिन्हें अयोध्या में जमा करवाकर यह संकल्प पूर्ण किया गया। अब नये सिरे से फिर इतने ही नामों को लिखे जाने का अभियान चल रहा है। बड़ी तादाद में यहां लोग आते हैं और वे बैंक से ही पेन और कापियां प्राप्त करते हैं इन कापियों में राम नाम लिखे जाते हैं। इनकी संख्या सौ से एक हजार तक रहती है। आज रामनवमी पर यहां बड़ी तादाद में लोग अपनी कापियां जमा कराने पहुंचते हैं जिनमे रामनाम लिखे होते हैं। अयोध्या में ३१ करोड़ रामनाम जमा कराने पहुंचे सोनगरा परिवार से विशेष रुप से उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी भी मिले थे और उन्होंने इस कार्य की प्रशंसा भी की थी। रामनाम जमा कराने वाला यह इंदौर का एकमात्र बैंक है।
श्री राम नाम बैंक का संचालन सोनगरा परिवार द्वारा निशुल्क किया जाता है जिसमे सीताराम लिखने की कॉपी और लाल स्याही के पेन दिये जाते है, यह किताबें प्रदेश के कई जिले और देश के अन्य प्रदेश से लिखवा कर जमा की जाती है। ram naam bank indore अब यहां पर विदेशों से भी लोग रामनाम की कापियां लेकर आने लगे हैं। यह बड़ी उपलब्धि है।
इस मामले में सोनगरा परिवार के लक्ष्मण सोनगरा ने बताया कि यह 31 करोड़ राम नाम देश के श्रद्धालुओ द्वारा लिखी गई है, सोनगरा परिवार द्वारा संकल्प लिया गया था की समस्त कॉपीओ को अयोध्या मे जमा करवाई जावेगी, जिसे पिछले साल पूर्ण किया गया था।इन रामनाम लिखित कॉपीओ को रथ द्वारा इंदौर से अयोध्या भेजा गया था। 1000 की.मी. की इस यात्रा में 30 भक्त गण भी गए थे।
वहाँ महंत स्वामी नृत्य गोपाल दास जी महाराज जो श्री राम जन्म भूमि न्यास और श्री राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष है, उनकी गरिमामयी मौजूदगी में अंतर्राष्ट्रीय श्री सीताराम नाम बैंक में दिनांक 13 अप्रैल 2024 को श्रीमणि रामदास की छावनी, अयोध्या में जमा की गई। सभी राम नाम लिखने वाले भक्तों के मन में किताबों के पावन नगरी अयोध्या में जमा होने से खुशी की लहर है कि उनके द्वारा लिखित किताबें पवित्र नगरी अयोध्या में जमा हुई।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी से किताबें जमा करने के संबंध में मुलाकात हुई थी
पूर्व में भी राम नाम बैंक इंदौर के संचालको की उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी से किताबें जमा करने के संबंध में मुलाकात हुई थी जिसके बाद श्री राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट में संपर्क हुआ और किताब अंतरराष्ट्रीय सीताराम बैंक में जमा की गई। उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री ने भी इस बैंक की प्रशंसा की थी। अभी भी यह बैंक रामनाम जमा कराये जाने को लेकर निरंतर चल रहा है। कई परिवार बैंक में ही बैठकर रामनाम लिखकर अपनी कापियां जमा कराते हैं। अधूरी कापियां खुद ही सुरक्षित रखकर जाते हैं अगले दिन आकर इसे पूरा करते हैं।