indore liquor shop इंदौर। आबकारी विभाग की मेहरबानी मुनक्का कारोबारियों पर ही सीमित नहीं है। अधिकारियों का आलम यह है कि वे दायरे के बाहर सुविधाएं देने के लिए पूरी तरह उधार बैठे रहते हैं। कुछ ऐसा ही प्रकरण स्टेशन और सरवटे बस स्टैंड के करीब खोली गई शराब की दुकान को लेकर है।
पूरे शहर में शराब की दुकान के साथ एक अहाता चलाया जा सकता है। जबकि यहां पर तीन आहाते अलग-अलग चल रहे हैं। दूसरी बात यह है कि इन आहातों के संचालकों के बीच कुछ समय पूर्व जमकर गोलीबारी का मामला भी सामने आया था। परंतु यहां पर भी किसी दिन अच्छा खासा विवाद दिखाई देगा तब जाकर अधिकारी एक दूसरे पर अपने पाप ढोलने के लिए उधार रहेंगे। indore liquor shop
Also Read – शिव रेसीडेंसी : एसडीएम को दो प्लाट दिए और बिना विकास 120 एकड़ जमीन मुक्त करवा ली स्टेशन क्षेत्र में पुल के नीचे बनाई गई शराब की दुकान पर देशी और विदेशी दोनों शराब के लिए तीन आहाते बना दिये गये हैं। तीनों अहातों के मालिक अलग अलग हैं। हालत यह है कि शराब पीने वालों को तय करने में अच्छा खासी मुसीबत होती है क्योंकि तीनों अहाते चलाने वाले ठेकेदार के सबसे करीबी होने के साथ ही हिस्सेदारी भी रखते हैं और अपराध क्षेत्र के माने हुए नाम हैं।
ऐसे में कई बार शराब पीने वाले विवाद से बचने के लिए जो आहाता संचालक आवाज दे देता है तो उसी के यहां चले जाते हैं। तीनों अहातों के संचालकों पर कई अपराध भी दर्ज है। दूसरी ओर शराब ठेकेदार ने भी इन अपराधियों को जोड़ रखा है। ऐसे में यदि यहां किसी भी दिन कोई विवाद हुआ तो बड़ा हादसा हो सकता है। आबकारी विभाग के अधिकारियों से जब इस मामले में बात करनी चाही तो उन्होंने मना कर दिया और कहा कि प्रशासन को सब पता है कि यहां तीन आहातें चल रहे हैं।indore liquor shop