कमलनाथ ने कहा मैने 8 नाम दिए थे जिसे स्वीकार नहीं किया गया, दिग्विजय के 20 नामों ने समीकरण बिगाड़े

आज रात तक कांग्रेस 25 नामों की सूची जारी करेगी बाकी के लिए बैठक

इंदौर। तमाम कोशिश के बाद कांग्रेस आज शाम तक पार्षद के लिए 25 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर सकेगी। दिग्विजयसिंह द्वारा दिए गए नामों के कारण अब कई वार्डों में उथल-पुथल हो रही है। दूसरी ओर कल कमलनाथ ने दिग्विजयसिंह के दिए गए नामों को लेकर कहा कि उन्होंने इंदौर को लेकर सारे अधिकार प्रभारी विजयलक्ष्मी साधौ को दे रखे हैं और वे ही अंतिम निर्णय लेंगी।

मेरे द्वारा दिए गए 8 नाम भी उन्होंने हटा दिए और कहा कि यह सभी नाम क्राइटएरिये में नहीं आ रहे हैं। सर्वे में भी इनके नाम जीत के लिए नहीं हैं। कई और वार्डों में भी नामों की खींचतान के चलते अब 18 जून तक ही लिस्ट को अंतिम रूप देने की कोशिश की जाएगी। यदि संभव नहीं हुआ तो फार्म भरने के लिए कह दिया जाएगा।
कांग्रेस इस बार अपने उम्मीदवारों के चयन को लेकर काफी सतर्कता बरत रही है। दैनिक दोपहर ने ही यह बता दिया था कि कमलनाथ द्वारा जारी पत्र में वार्ड के रहवासी को ही प्राथमिकता देने वाले मामले में अब संशोधन किया जा रहा है। अंतत: परिस्थिति देखकर अब उम्मीदवार तय किए जाएंगे। कमलनाथ द्वारा जो नाम दिए गए थे उनमें खजराना के शकील अहमद, शिव घावरी, रचना नागवंशी सहित 8 नाम थे, इनमें से किसी को भी उम्मीदवार नहीं बनाया जा रहा है।

दूसरी ओर दिग्विजयसिंह द्वारा खजराना में रुबीना इकबाल खान, क्षेत्र क्र.1 में गोलू पठान और नीतेश राजोरिया सहित 20 नाम दिए गए हैं। इसके अलावा वार्ड 55 से परिधि अखिलेश जैन का नाम भी दिया है। इस वार्ड से मधुसूदन भलिका की पत्नी के नाम पर सर्वे के आधार पर नाम सबसे आगे है परंतु यहां वार्ड में अब उम्मीदवार बदलने की संभावना बन गई है। इसके अलावा दिग्विजयसिंह ने श्यामा मुकेश जैन का नाम भी दिया है।

इन सब खींचतान के बीच एक बार फिर नामों पर विचार शुरू हुआ है, पर इस बीच लगभग 25 वार्डों में सिंगल नामों पर सहमति बनने के बाद इनकी सूची आज रात तक जारी की जा रही है। बाकी वार्डों में पेनल बनाए गए हैं। कल कमलनाथ ने भी इंदौर दौरे के दौरान कुछ और नाम वार्डों के लिए दिए हैं। दूसरी ओर जिन वार्डों में नामों पर सहमति नहीं बनेगी उनमें अभी फार्म भरने के लिए कहा जाएगा। इसके बाद उम्मीदवार के पक्ष में सभी को नाम वापस लेने के लिए निर्देशित किया जाएगा। जो लोग नाम वापस नहीं लेंगे उन पर अनुशासनहीनता की कार्रवाई की जाएगी।

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