गुस्ताखी माफ़- लोगों का स्वभाव बदलने का श्रेय जाता है मनीष सिंह को…
मालवा-निमाड़ में सब कुछ बदलना संभव हो सकता है। कहा जाता था कि यहां के लोगों का स्वभाव और आदतें नहीं बदलती। जैसे पोहे, जलेबी की तलब सवेरे अपने आप ही लोगों को होटलों और ठेलों तक पहुंचा देती हैं। वैसे ही कई आदतें भी जो कई पीढ़ियों से यहां पर रच बस गई थी। परंतु पहली बार लंबे समय बाद कोई आया जिसने शहर के लोगों की आदतें और स्वभाव में परिवर्तन करने का माद्दा रखा और धीरे-धीरे अब शहर में यह स्वभाव लोगों में दिखाई देने लगा है। जब शहर की सड़कों पर
रखे कचरे की पेटियों में कचरा डाला जाता था उस दौरान कभी नहीं सोच सकते थे कि कोई ऐसा निर्णय होगा जो इस शहर को 1 नंबर का स्वच्छता का तमगा पहना देगा। यह श्रेय इंदौर के कलेटर और तात्कालीन निगम आयुत रहे मनीष सिंह को निश्चित रूप से जाता है। जिन्होंने शहर की स्वच्छता का हो रहा कचरा रोका और धीरे-धीरे अब शहर के बाशिंदे इस बात के आदी
हो गए कि वे अब कचरा वह भी गीला और सूखा अलग-अलग डालकर नई परंपरा शुरू कर चुके है और यही कारण है कि लोगों के निरंतर ईमानदार इस प्रयास और आदत ने इस शहर को लगातार 5 बार स्वच्छता का तमगा दिला दिया। किसी जमाने में कहा जाता था मनीष सिंह भले ही सुबह 4 बजे से शहर में नहीं घूमते हो पर उनका भय रात 3.30 बजे से ही अधिकारियों के चेहरे पर दिखाई देता था। यह भय धीरे-धीरे स्वच्छता के बढ़ते कदमों ने उत्साह के रूप में शामिल हो गया। हालांकि स्वभाव के
अनुसार उन्होंने जान बूझकर गलती करने वालों को कभी बशा नहीं। उनके स्वच्छता अभियान जो भी आड़े आया उन्होंने सत कदम उठाने में कोई कोताही नहीं बरती। यहां तक कि संभ्रांत परिवारों के घरों में रहने वाले उन कुत्तों को भी जिनकी कीमतें हजारों से लेकर लाखों तक बताई जाती है वे भी सुबह-सुबह सड़कों पर अपने परिजनों के साथ ठाटबाट से घूमते हुए गंदगी जब फैला रहे थे उस दौरान उन्होंने उन पर भी 250 रुपए का जुर्माना लगा दिया। हालांकि संभ्रांत परिवार के कुत्तों में इस बात से नाराजगी थी। उनका मानना था हमें दिनभर में वैसे ही बाहर जाने को समय नहीं मिलता दूसरी ओर जिन कुत्तों को जोरदार संरक्षण मिला हुआ
है और वे सड़कों पर आए दिन गंदगी फैलाते है उन पर कोई कार्रवाई यों नहीं होती? हालांकि कुत्तों की इस शिकायत पर बड़े चौपायों ने भी जब आपत्ति उठाना शुरू की तो वे धीरे-धीरे खुद ही शहर के बाहर हो गए। जो भी हो इस शहर का स्वभाव बदलने का श्रेय और 6 से ज्यादा समान दिलाने का श्रेय मनीष सिंह को ही निश्चित रूप से जाता है। हाल ही में उन्हें प्रधानमंत्री स्वच्छता समान भी मिला जो शहर ही प्रदेश के लिए एक उपलिध है। इस कालम के माध्यम से उनके कार्यकाल में मिली उपलिधयों के लिए बधाई… -9826667ठ63
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