Agriculture News India: 6 लाख हेक्टेयर में धान की बुवाई नहीं हुई

बंगाल की धारा ने राज्यों में करवाई वर्षा, टमाटर की महंगाई ने रिजर्व बैंक को भी हिलाया

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Agriculture News India: 6 लाख हेक्टेयर में धान की बुवाई नहीं हुई

नई दिल्ली (ब्यूरो)। मानसून के तय समय से पीछे चलने के कारण जहां धान की बुवाई पर इसका बुरा असर पड़ा है, देशभर में मानसूनी बारिश अभी 28 प्रतिशत कम हुई है, तो दूसरी ओर आने वाले दिनों में सब्जियों की महंगाई अगले एक माह तक जारी रहेगी। टमाटर की कीमतों में देशभर में भारी वृद्धि के कारण रिजर्व बैंक गवर्नर को भी चिंता हो गई है। उन्होंने कहा कि महंगाई पर नियंत्रण को लेकर ब्याज दरों में वृद्धि जारी रहेगी। बंगाल की खाड़ी से उठे मानसून की धारा के कारण कई क्षेत्रों में मानसून समय से पहले ही पहुंचा है। दिल्ली में 60 साल में पहली बार मानसून पहले आया है।

मानसून को लेकर जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार देशभर में बारिश कहीं ज्यादा कहीं कम होने के बाद भी औसत वर्षा 28 प्रतिशत तक कम हुई है। इसके चलते 6 लाख हेक्टेयर में धान की बुवाई नहीं हो पाई है। अब किसान इन खेतों से दूसरी फसल लेने की तैयारी कर रहे हैं, तो वहीं आने वाले समय में इसके कारण धान की पैदावार में अच्छी खासी कमी दिखाई दे सकती है। हालांकि इस समय मानसून का विस्तार तेजी से हो रहा है।

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बंगाल की खाड़ी से चले मानसून के बादल अब लगभग पूरे देश में पहुंच चुके हैं। कई राज्यों में मानसून की बारिश का दौैर बीतने के बाद भी वर्षा बेहद कम हुई है। सबसे ज्यादा असर बिहार में देखा जा रहा है, जहां 76 प्रतिशत बारिश कम आंकी गई है। दूसरी ओर इस साल टमाटर का उत्पादन 20 हजार 300 टन के लगभग हुआ था। गर्मी ज्यादा और मानसून की देरी से टमाटर की फसल आने में अब दो माह का समय लगेगा, तब तक महंगाई का दौर जारी रहेगा। Agriculture News India: 6 लाख हेक्टेयर में धान की बुवाई नहीं हुई

अभी देशभर में टमाटर 120 रुपए के लगभग चल रहा है। टमाटर की महंगाई ने रिजर्व बैंक को भी चिंतित कर दिया है। रिजर्व बैंक गवर्नर शशिकांत दास ने भी इस बढ़ती महंगाई के कारण चिंता व्यक्त करते हुए एक बार फिर ब्याज दरों में वृद्धि के संकेत दिए हैं। यानी इस बार बढ़ने वाली कर्ज के ब्याज की दरें टमाटर और सब्जियां लेकर आएंगी। ंक को भी हिलाया

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