American company: भारत में अमेरिकी कंपनी द्वारा 62 हजार डॉलर की रिश्वत देने पर अमेरिका ने लगाया 2.3 करोड़ डॉलर जुर्माना

अपने लाभ के लिए कंपनी ने भ्रष्ट तरीके से बाटी थी राशि

 American company

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वॉशिंगटन (ए)। अमेरिका की एक कंपनी द्वारा भारत में ज्यादा लाभ उठाने को लेकर 62 हजार डॉलर की रिश्वत दिए जाने का मामला सामने आने के बाद अमेरिका की सिक्यूरिटी और एक्चेंज आयोग ने कंपनी पर 2.3 करोड़ डॉलर का जुर्माना लगाया है

कंपनी पर आरोप है कि इसने भारत, तुर्की और यूएई कंपनी को आगे बढ़ाने के लिए भारी रिश्वत सरकार के अधिकारियों को दी है। रिश्वत लेने वालों में भारतीय रेलवे प्रमुख है। अमेरिका में जुर्माना लगने के बाद अभी तक भारत सरकार की कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। इसके पूर्व वालमार्ट को भी लाभ उठाने के मामले में आयोग भारी जुर्माना लगा चुका है। यह रिश्वत 2016 से 2019 के बीच दी गई है।

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अमरिकी फिंटेक कंपनी ओरेकल पर अमेरिका के सिक्यूरिटी और एक्सचेंज आयोग ने भारत सहित तीन देशों ने बड़ी रिश्वत देकर अपना काम कराए जाने को लेकर यह जुर्माना लगाया है। अमेरिका के कानून मंत्रालय द्वारा बनाए गए सिक्यूरिटी और एक्सचेंज आयोग उन अमरिकी कंपनियों की जांच करता है जो दूसरे देशों में भ्रष्ट तरीके से अपने लाभ के लिए रिश्वत देती हैं। इस मामले में आयोग ने कंपनी के दस्तावेजों की जांच करने के बाद देखा कि कंपनी का कुल कारोबार 3.330 लाख डॉलर का हुआ था।

इसमें से कंपनी ने 62 हजार डॉलर की राशि अलग झोन में निकालकर रख रखी थी और इसकी शीट भी लेन देन को लेकर अलग से मैंटेंन की जाती थी। इसी शीट में पाया गया कि भारत में इस कंपनी ने बड़ी राशि ट्रांसपोर्ट के लिए भारतीय रेलवे में खर्च की है।

माना जा रहा है कि रुपये बिना किसी संरक्षण के नहीं लिए जा सकते हैं। इस पूरे लेन देन में बड़ी हिस्सेदारी रेलवे की ही मानी गई है। अमरिकी आयोग के अनुसार यह रिश्वत का बड़ा मामला है। भारत में यह मामला ओरेकल कंपनी द्वारा 2016 से 2019 के बीच किया गया।

इस राशि का उपयोग कंपनियां बाजार में एकाधिकार जमाने के साथ अपने लाभ के लिए करती है। दूसरी ओर इसके पूर्व भारत में वॉलमार्ट पर भी रिश्वत देने के मामले में बड़ा जुर्माना लगाया जा चुका है। अमेरिका में कंपनी पर की गई कार्रवाई के बाद अभी तक भारत में कोई भी प्रतिक्रिया सरकार की तरफ से नहीं आई है। American company

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