holkar stadium: निगम का सम्पत्तिकर 33 लाख बकाया
होलकर स्टेडियम में रोड सेफ्टी लीजेंड्स वर्ल्ड सीरीज, आयोजकों से वसूले 53 लाख
holkar stadium इंदौर (शार्दुल राठौर)।
रोड सेफ्टी लीजेंड्स वर्ल्ड सीरीज में दूसरे चरण के मैचेस कल 17 से 19 सितंबर तक होलकर स्टेडियम में होना है। कल से शुरू होने वाले मैच के लिए मैजेस्टिक लीजेंड स्पोर्ट्स कंपनी से एमपीसीए ने व्यवस्थाओं के नाम पर 53 लाख रुपए वसूल लिए है। वहीं मैच के एक दिन पहले तक नगर निगम सम्पतिकर की राशि 33 लाख 54 हजार रुपए वसूलने के लिए कोई कदम नहीं उठाया है, जबकि 2017 में हुए मैच से पहले 29 लाख रुपए की वसूली के लिए स्टेडियम के प्रशासकीय भवन को सील कर दिया था।
रोड सेफ्टी लीजेंड्स वर्ल्ड सीरीज के लिए जाने माने खिलाड़ी इंदौर पहुंच चुके हैं। शनिवार को यहां पहला मैच खेला जाएगा, जिसके टिकिट को लेकर अभी तक स्थिति स्पष्ट नहीं की गई है। इस बार मैच के लिए एमपीसीए ने क्रिकेट ग्राउंड किराए पर दिया है, जिसे लेकर लाइट सहित मैदान की अन्य व्यवस्थाओं के लिए एमपीसीए को 10 सितंबर तक लगभग 70 लाख रुपए की मांग की थी। भुगतान नहीं होने पर मंगलवार को आयोजक और उनके स्टाफ को स्टेडियम में काम करने पर रोक लगा दी थी, जिसके बाद आयोजकों ने 53 लाख रुपए की पहली किस्त जमा करा दी थी, लेकिन यहां इस बार नगर निगम ठगा रह गया समपत्तिकर वसूली का यह अच्छा मौका था। मैच शुरू होने से पहले निगम ने यह मौका गंवा दिया। समपत्तिकर की वसूली को लेकर इस बार नगर निगम द्वारा कोई प्रयास नहीं किए गए। उषाराजे होलकर क्रिकेट स्टेडियम में अब तक बकाया समपत्तिकर वसूली के लिए एक भी नोटिस नहीं दिया गया है।
स्टेडियम का नाम बदला खाते में वही पुराना नाम
दरअसल, होलकर स्टेडियम का नाम पहले महारानी उषाराजे स्टेडियम था। कुछ साल पहले स्टेडियम का नाम बदलकर होलकर स्टेडियम कर दिया गया, लेकिन नगर निगम के सम्प्पतिकर रेकार्ड में आज भी यह नाम महारानी उषाराजे ट्रस्ट ग्राउंड के नाम से दर्ज है, इसे लेकर मध्यप्रदेश क्रिकेट एसोशिएशन और उषाराजे ट्रस्ट निगम को सम्पतिकर की राशि देने के लिए तैयार नहीं हैष ट्रस्ट का कहना है की अब स्टेडियम हमारा नहीं है। वहीं एमपीसीए का कहना है की निगम के खाते में हमारा नाम दर्ज नहीं है तो हम सम्पत्ति क्यों भरें। holkar stadium
इनका कहना है…
होलकर स्टेडियम पर बकाया समपत्तिकर को लेकर अगले माह होने वाले आईपीएल मैच से पहले नोटिस देकर वसूली की जाएगी। राशि जमा नहीं करने पर जो भी वैधानिक कार्रवाई जरूरी होगी उसके आदेश दिए जाएंगे।
-भाव्या मित्तल,
उपायुक्त नगर निगम
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