ik college society indore: नाचे कूदे बांदरी, खीर खाए फकीर
सोशल मीडिया का......शोर
ik college society indore: इंदौर। डमी उम्मीदवार की इसलिए कि वो जितनी चाहे उठापटक कर लेें, उनको को कुछ नहीं मिलना है क्योंकि खीर तो फकीर को ही मिलेगी। ये तो सिर्फ प्यादे हैं। अव दूसरा…..पूर्व सचिव ने पर्दे के पीछे से इतनी उछलकूद की लेकिन फिर खीर मिल गई कार्यवाहक को। ये फिर भी खाली हाथ मलते रह गए। जनता तो ये देखकर हैरान है कि सोसायटी के छोटे-मोटे पद के लिए लिए कितनी झटपटाहट कितना संघर्ष।
अब लोगों को कौन समझाए की डमी उम्मीदवार के 20 रुपए के बिल जब 2000 रुपए के बनेंगे तो संघर्ष तो बनता ही है। जब फर्जी मार्कशीट के मुद्दे की हवा निकली तो सचिव मंडली फिर परेशान हुई कि अब क्या करें।
क्योंकि जहां-जहां ये कथित फर्जी मार्कशीट की फोटो कॉपी लेकर गए, वहां-वहां के लोगों ने यकीन ही नहीं किया। क्योंकि सबको पता है की कौन फर्जी है और कौन ओरिजनल। सही वक्त आने पर ओरिजनल मार्कशीट सही जगह पहुंचा दी जाएगी। अंदर के सूत्रों की मानें तो इसी तरह का फर्जीवाड़ा सचिव मंडली ने फर्जी मेम्बरों को बनाने में भी किया था। अब इन झमेले में वो लोग भी फसेंगे, जिन्होंने उस नकली नोटशीट पर दस्तखत किए थे। क्योंकि उस मामले में एफआईआर करने का इशारा पुलिस अधिकारियों को ऊपर से हो चुका है। बस, चुनाव होने की देर है।
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