शहर को 24 घंटे पानी, छोटे कारोबारियों को सम्मान के साथ काम-काज करने का अवसर मिलेगा – शुक्ला

यातायात की समस्या को लेकर तैयार किया है एक रोडमेप

इंदौर। देश के हृदय प्रदेश मध्यप्रदेश के सबसे बड़े शहर और व्यापारिक राजधानी इंदौर का अगला महापौर कौन होगा, इसका फैसला तो 17 जुलाई को आएगा, मगर सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस से चुनाव लड़ रहे संजय शुक्ला ने नागरिकों से कई ऐसे वादे किए हैं जो पूरे करना आसान नहीं होगा। शुक्ला ने कहा कि यदि वे महापौर बनते हैं तो लोगों को 24 घंटे पानी दिया जाएगा और यातायात व पार्किंग जैसी बड़ी समस्या से भी निजात मिलेगी। 30 लाख से अधिक आबादी वाले शहर में किसी भी चौराहे पर जाम नहीं लगेगा।

150 से अधिक चौराहों पर रेड सिग्नल के साथ सीसीटीवी कैमरे लगेंगे। इसके अलावा व्यापार, उद्योग में शहर को प्रदेश में नंबर वन बनाने की बात भी शुक्ला कह रहे हैं। शिक्षा, स्वास्थ्य में बेहतर काम के साथ निगमकर्मियों को नियमित करना, भ्रष्टाचार खत्म करना जैसे वादे भी उनकी लिस्ट में अहम हैं। शुक्ला वर्ष 2000 से निगम में काबिज रही भाजपा की परिषद की कमियों को खूब गिना रहे हैं और कोरोना काल में स्वयं द्वारा किए गए कार्यों का उल्लेख भी कर रहे हैं।

सरकारी स्कूलों को करेंगे बेहतर, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र भी सुधारेंगे
नागरिकों को संजय शुक्ला कह रहे हैं कि वे सरकारी अस्पतालों में इलाज की और बेहतर सुविधाएं मुहैया करवाएंगे। प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में जांच के अलावा दवा वितरण और अन्य सुविधाएं प्राथमिकता से दी जाएंगी। सरकार से स्वास्थ्य अमला बढ़ाने के लिए भी सतत प्रयास किया जाएगा जिससे सरकारी अस्पतालों में हर वर्ग का मरीज इलाज करवा सके। इसी तरह सरकारी स्कूलों में भी दिल्ली की तर्ज पर शिक्षा दी जाएगी। स्मार्ट क्लास के अलावा रोजगारोन्मुखी शिक्षा और खेलकूद पर विशेष रूप से नगर निगम काम करेगा। सरकारी शिक्षकों को अध्यापन कार्य के अलावा अन्य कार्यों से भी मुक्ति दिलाई जाएगी।

550 एमएलडी पानी की करेंगे मानिटरिंग
वर्तमान में पूरे शहर में 90 किलोमीटर दूर से नर्मदा नदी का पानी शहर में लाया जाता है। हर माह करोड़ों रुपए खर्च करने के बाद भी गर्मी के 3-4 महीनों में शहर में पानी के लिए हा-हाकार मचता है। संजय शुक्ला कहते हैं कि सबसे पहले वे 550 एमएलडी पानी की मानिटरिंग करवाएंगे जिसमें मुख्य रूप से लिकेज, पाइप लाइन फुटना जैसे बिंदुओं पर सुधार कार्य होंगे। गर्मी में निगम के 5000 बोरिंग न सूखें, इसके लिए भी काम किया जाएगा। वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम को ठोस रूप से अमल में लाया जाएगा। इसके अलावा तालाबों का पानी भी सहेजा जाएगा। इन सभी बिंदुओं पर काम करने के बाद शहर को 24 घंटे पानी उपलब्ध कराने का वादा शुक्ला अपने जनसम्पर्क में नागरिकों से कर रहे हैं।

किसी भी चौराहे पर नहीं लगेगा जाम
शहर में सुबह-शाम कई चौराहों पर भारी जाम लगता है। एक तरह से नागरिकों की यह समस्या सबसे बड़ी समस्या है, मगर पिछले 20-25 वर्षों में जैसे-जैसे शहर बढ़ा, वैसे-वैसे इस बड़ी समस्या से छुटकारा मिलने के लिए किसी भी महापौर ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया। शादी-ब्याह, त्योहारी सीजन और राजनीतिक आयोजनों के दौरान नागरिक शहर की सड़कों पर सबसे ज्यादा परेशान होते हैं। शुक्ला कह रहे हैं कि 150 से अधिक चौराहों पर रेड सिग्नल लगाने के साथ सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे और सड़क-फुटपाथ के कब्जे अतिक्रमण भी सख्ती से हटाएंगे जिससे सड़कें खाली रहें और वाहन आसानी से निकल सकें। पुलिस प्रशासन के साथ मिलकर नगर निगम बेहतर यातायात के लिए सतत काम करेगा।

ठेले पर कारोबार करने वालों के लिए बनाएंगे ठोस योजना
शहर वैसे तो व्यापार, उद्योग के मामले में पूरे प्रदेश में अव्वल है, मगर दो लाख से अधिक ठेले पर धंधा-कारोबार करने वालों के लिए सरकार ने कोई ऐसी योजना नहीं बनाई है जिससे उनका जीवन-यापन हो सके। शुक्ला कहते हैं कि वे महापौर बनने के बाद प्राथमिकता से ठेले वालों के लिए योजना बनाएंगे और उन्हें शहर के अलग-अलग क्षेत्रों में निश्चित स्थान मिलेगा। इसके लिए नए सिरे से पंजीयन भी करेंगे। शहर में फल-सब्जी के अलावा खिलौने, चूड़ी, सेंव-परमल, जूते-चप्पल के अलावा त्योहारी सीजन में कई तरह की चीजें ठेलों पर बिकती हैं। शुक्ला कहते हैं नगर निगम अभी इन ठेले वालों को दादागिरीपूर्वक हटा देता है। पीली गैंग का आतंक होने के कारण मजदूर और निचला तबका चैन से अपना काम-धंधा नहीं कर पाता है।

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