18 घंटे चली बैठक : 20 वार्डों में विवाद बाकी नाम तय, सूची भोपाल से जारी होगी

इंदौर। भाजपा के उम्मीदवारों के लिए 18 घंटे चली बैठक के बाद 65 वार्डों के लिए नामों को अंतिम रूप दे दिया गया है। मात्र 20 वार्ड में विवाद के बाद इनके नामों की घोषणा भोपाल से की जाएगी। इस बार जहां विधायक फिर अपने उम्मीदवारों को लेकर भारी रहे तो वहीं क्षेत्र क्र. 1 में सुदर्शन गुप्ता अपने कई समर्थकों को टिकट दिलाने में सफल नहीं हो पाए। क्षेत्र क्र. 2 में विधायक रमेश मेंदोला की परम्परा के अनुसार ही सारे उम्मीदवार उन्हीं के बनाए गए। यहां पर सिंधिया समूह को एक भी उम्मीदवार नहीं लेने दिया गया। इसी के साथ यहां से फिर कई दिग्गज चुनावी मैदान में इस बार भी दिखाई देंगे। राजेन्द्र राठौर, चन्दू शिंदे, मुन्नालाल यादव को फिर मैदान में उतारा गया है। क्षेत्र क्र. 3 के उम्मीदवारों के चयन में कैलाश विजयवर्गीय ने बड़ी भूमिका निभाई और बैठक में अचानक पहुंचने के बाद एक तरफा आकाश विजयवर्गीय द्वारा दिए गए नामों पर सहमति हो गई। क्षेत्र क्र. 3 में उषा ठाकुर से लेकर ताई और कृष्णमुरारी मोघे के नाम भी दरकिनार हो गए। क्षेत्र क्र. 3 में कांग्रेस के कद्दावर नेता बबली ठाकुर को भी भाजपा से उम्मीदवार बनाया गया है। क्षेत्र क्र. 4 में तमाम कोशिश के बाद भी शंकर लालवानी दो उम्मीदवार ही ले पाए। 13 में से 9 वार्डों में मालिनी गौड़ भारी रहीं। क्षेत्र क्र. 5 में बाबा अपने समर्थकों को निकाल लाए। इसमें दिलीप शर्मा और प्रणव मंडल शामिल हैं। राऊ विधानसभा में जीतू जिराती और मधु वर्मा की जुगलबंदी के चलते मराठी बहुल क्षेत्रों में भी ताई की सूची दरकिनार हो गई।

अंतत: भाजपा के उम्मीदवारों की सूची में लगभग सहमति बन गई है। केवल 20 वार्डों में उम्मीदवारों को लेकर खींचतान के चलते यह सूची भी कल सुबह तक जारी कर दी जाएगी। कल मुख्यमंत्री महापौर उम्मीदवार पुष्यमित्र भार्गव का नामांकन भरवाने के लिए इंदौर पहुंच रहे हैं। दूसरी ओर 17 घंटे चली मैराथन बैठक के बाद सभी छह विधानसभा में उम्मीदवारों को लेकर विधायक ही भारी रहे।

क्षेत्र क्र. 1 में सुदर्शन गुप्ता को इस बार बड़े पापड़ बेलने पड़े। भाजपा के नगर महामंत्री संदीप दुबे अपनी पत्नी शिखा दुबे को टिकट दिलाने में सफल हो गए हैं तो वहीं वार्ड 4 में पूर्व पार्षद स्व. गोपाल मालू की बहू को उम्मीदवार बनाया गया है। मालू परिवार को सुदर्शन गुप्ता और गौरव रणदीवे दोनों का साथ मिला है तो वहीं वार्ड 5 में कभी सुदर्शन गुप्ता के घोर विरोधी रहे और अब समर्थक बने निरंजनसिंह चौहान (गुड्डू) की उम्ीदवारी तय हो चुकी है। वार्ड क्र. 6 में शंकर लालवानी अपने समर्थक संध्या यादव को उम्मीदवार बनाने में सफल रहे। वार्ड 9 से इस बार नया चेहरा सामने आ रहा है। यहां राहुल जायसवाल की उम्मीदवारी लगभग तय हो चुकी है। वार्ड 13 में मंत्री उषा ठाकुर पराग कौशल को लेकर अड़ी हुई थीं। वार्ड 11 से सालों से संगठन का काम देख रहे कमल वाघेला के नाम पर सहमति हो चुकी है। वार्ड 14 से सुदर्शन गुप्ता अपने समर्थक अश्विन शुक्ला को टिकट दिला लाए हैं।
क्षेत्र क्र. 2 में एक बार फिर रमेश मेंदोला ही भारी रहे। उन्होंने अपने समर्थकों को पूरी तरह सुरक्षित कर लिया है। पुत्रों को उम्मीदवार बनाए जाने से इनकार करते हुए उन्होंने राजेन्द्र राठौर, चंदू शिंदे और मुन्नालाल यादव को ही मैदान में उतारा है। यहां पर सिंधिया समर्थकों के तीनों उम्मीदवार दरकिनार हो गए।

क्षेत्र क्र. 3 में नामों पर विचार शुरू होने के साथ ही यहां बैठक में राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने स्वयं पहुंचकर सभी नेताओं को सकते में डाल दिया। बैठक कै दौरान आकाश विजयवर्गीय ने सिंगल नामों का लिफाफा प्रभारी को सौंप दिया और इस पर तुरंत सहमति हो गई। क्षेत्र क्र. 3 में पूर्व सांसद सुमित्रा महाजन, कृष्णमुरारी मोघे, उषा ठाकुर, गोपी नेमा की सूची पर विचार ही नहीं हुआ। क्षेत्र क्र. 3 में सबसे बड़ा चौंकाने वाला नाम बबली ठाकुर का रहा जो वार्ड 58 से इस बार उम्मीदवार होंगे। बबली ठाकुर का टिकट अशोक चौहान चांदू और बाबी छाबड़ा के कोटे में आया है। बबली ठाकुर कांग्रेस के पूर्व पार्षद के अलावा कद्दावर नेता भी माने जाते थे। वार्ड 59 में अरुण पेंडारकर की पत्नी को उम्मीदवारी दी गई है तो वहीं वार्ड 60 सुमित पिपले के परिवार को उम्मीदवार बनाया गया है। वार्ड 61 में अनुसूचित वार्ड होने के कारण यहां के दोनों स्थापित नेता दिनेश वर्मा और कमल वर्मा को दरकिनार करते हुए एकदम नए चेहरे को उम्मीदवार बनाया है। इसका उपनाम चौधरी बताया जा रहा है। वार्ड 62 में बजरंग दल के पूर्व अध्यक्ष रहे और बार एसोसिएशन के अध्यक्ष दिनेश पांडे को उम्मीदवार बनाया गया है। वार्ड 63 में सिंधिया गुट पवन जायसवाल को उम्मीदवारी दिलाना चाहते थे परंतु यहां मनीष मामा के नाम पर सहमति हो गई। सांसद शंकर लालवानी वार्ड 64 में अपने एक समर्थक के लिए लगे रहे परंतु कैलाश विजयवर्गीय ने अपने अंदाज में ही लालवानी को चुप करा दिया और यहां से एक बार फिर उन्होंने रामदास गर्ग को उम्मीदवार बना दिया है। इधर वार्ड 56 में क्षेत्र के इंटक के अध्यक्ष रहे विष्णु उस्ताद के बेटे युवराज उस्ताद की पत्नी को उम्मीदवार बनाया गया है। वार्ड 57 से टाकलकर को उम्मीदवार बनाया गया है। यह सीट ताई के परम्परागत उम्मीदवार के लिए रहती है परंतु इस बार उनके उम्मीदवार पर कोई विचार नहीं हुआ। मंत्री उषा ठाकुर ने अपने एक उम्मीदवार को लेकर जब विवाद करना चाहा तो कैलाश विजयवर्गीय ने दो टूक कहाकि आप महू क्षेत्र का ध्यान रखें।

क्षेत्र क्र. 4 में मालिनी गौड़ की एकतरफा चली है। यहां तमाम कोशिश के बाद भी शंकर लालवानी केवल 2 उम्मीदवारों पर ही संतुष्ट हो पाए, बाकी किसी भी नेता की यहां नहीं चली। 13 वार्डों में से 9 वार्डों में मालिनी गौड़ अपने उम्मीदवार को निकाल लाईं। शंकर लालवानी केवल सतीश शर्मा और कंचन गिदवानी को ही टिकट दिला पाए। मालिनी गौड़के समर्थक प्रितम लूथरा, राकेश जैन, ब्रेन चेटके, कमल लड्ढा, अजय बड़जात्या की उम्मीदवारी तय हो गई है।

क्षेत्र क्रं. 5 में महेन्द्र बाबा ने रमेश मेंदोला के समर्थकों को भी जगह नहीं लेने दी। वे अपने समर्थक दिलीप शर्मा और प्रणव मंडल को उम्मीदवार बनाने में सफल हो गए। प्रणव मंडल वार्ड 41 से और दिलीप शर्मा वार्ड 50 से उम्मीदवार होंगे। बाबा केवल 3 घंटे ही बैठक में रहे। फिर देर रात आकर अपनी सूची को फायनल करवा गए।
राऊ में इस बार जिराती और मधु वर्मा की जुगलबंदी के चलते किसी की नहीें चली। 8 मराठी बाहुल क्षेत्रों में भी ताई के उम्मीदवारों को दरकिनार कर दिया गया। इस बात को लेकर ताई ने आज मुख्यमंत्री को फोन पर अपनी नाराजगी भी प्रकट की है। यहां वार्ड 80 में अजय असपुरकर को उम्मीदवार बनाया गया है तो दूसरी ओर वार्ड 81 में प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा बबलू शर्मा के लिए और ज्योतिरादित्य सिंधिया दीपक राजपूत को लड़ाना चाहते थे परंतु यहां मधु वर्मा अपने भाई बलराम वर्मा को उम्मीदवार बनाने में सफल हो गए । 20 वार्डों के विवाद के बाद अब पूरी सूची भोपाल से ही जारी की जाएगी।

 

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