नर्मदा की आस में इंदौर के 56 तालाब बर्बाद हो गए

शहर में 26 ग्रामीण में 29 तालाब, सभी का अस्तित्व खतरे में

इंदौर। नगर निगम व प्रशासन द्वारा जनता के लिए नर्मदा के पानी की आस ने निगम सीमा में पहले से स्थित 56 तालाबो को बर्बाद कर दिया है। 703.58 हैक्टेयर में फैले इन तालाबों का इनका जल स्तर 25 लाख जनता के लिए पर्याप्त हो सकता है। सरकार व नगर निगम मिल कर इन तालाबो को संवारने के बीड़ा उठाए तो शहर की जनता को नर्मदा के पानी पर निर्भरता खत्म हो सकती है। जबकि निगम 6 तालाबो पर ही ध्यान देता है, बारीश में बाकी 50 तालाबो की जानकारी तक नही रखता है निगम का जल विभाग।
नगर निगम ने शहर के 55 तालाबो को 6 श्रेणी में बाटा है। जिनमे 0.1 हैक्टेयर से लेकर 100 हैक्टेयर वर्ग क्षेत्र में फैले हुए है। इनमें से 703.58 क्षेत्र में फैले ऐसे तालाब है जीनपर निगम ध्यान ही नही देता। इसमे सुखनिवास तालाब निगम या पंचायत के अधीन नही है। क्योंकि इसे केट ने अधिकृत कर लिया है। बाकी दो तालाब बिलावली व यशवंत सागर तालाब ही ऐसे है।
जिनसे शहर के कुछ हिस्से की प्यास बुझाई जाती है। बाकी तालाबो को नर्मदा के पानी की आस में ध्यान देना ही बंद कर दिया। यही कारण है कि इन तालाबो का सही रखरखाव नही होने से यह हर साल सूख जाते है। जिससे शहर का जल स्तर लगातार कम होते होते 500 से 700 फिट पर पहुंच गया है। निगम की इस लापरवाही से शहर की 25 लाख की आबादी पूरी तरह से नर्मदा के भरोसे ही रह गई है। आज शहर में 90 किलोमीटर दूर से आ रहा नर्मदा का 540 एमएलडी पानी भी शहर की प्यास नही बुझा पा रहा है। जबकि शहर की आबादी वर्ष 2040 तक करीब 60 लाख हो जाएगी, ऐसे में इतनी आबादी के लिए लगभग 1200 एमएलडी पानी की आवश्यकता होगी।
जबकि वर्तमान में 540 एमएलडी पानी ही उपलब्ध हो रहा है। ऐसे में अगर इन तालाबो को संवारने के प्लान बनाया जाए तो हमें 400 एमएलडी अतिरिक्त पानी इन्ही तालाबो से उपलब्ध हो सकता है। वही शहर में जलापूर्ति के अन्य स्रोतों जैसे कुँए, बावड़ी व नलकुबो का जल स्तर भी बढ़ जाएगा।

नगर निगम सीमा में स्थित 26 तालाब
लिम्बोदी गारी, बैरसिया तालाब, बुडानिया तालाब, तालवली चांदा, टिगरिया बादशाह, लसूड़िया मोरी, बिजासन, 15 वी बटालियन का तालाब, खजराना तालाब, मीठा तालाब, कनाड़िया तालाब, सिरपुर तालाब, पीपल्यापाला तालाब, पीपल्याहाना तालाब, श्रीराम तालवली, अहिरखेडी तालाब, हुकमाखेड़ी तालाब, पत्थर मुंडला तालाब, लिम्बोदी तालाब, रंगवासा का तालाब, पिग्डम्बर तालाब, मोरोद तालाब, असरवाद खुर्द तालाब, पांडा तालाब ओर नेउ गांव तालाब। इसके अलावा शहर का सबसे बड़ा यशवंत सागर तालाब भी शामिल है। जबकि वह नगर निगम सीमा से बाहर स्थित है।

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