‘सम्राट पृथ्वीराज’ पांचवे दिन ही औंधे मुंह गिरी

हिन्दुत्व के साथ मातृभूमि के गौरव की दुहाई पर बनाई थी फिल्म

मुंबई (ब्यूरो)। अंतत: हिन्दुओं की शान-शौकत और सम्मान के नाम पर ढिंढोरा पीटकर बनाई गई फिल्म पृथ्वीराज चौहान पांचवे दिन औंधे मूंह गिरने के बाद टाकिजों से उतर गई। एक सप्ताह भी टाकिजों में जगह नहीं बना पाई। कई जगहों पर दर्शकों की संख्या इकाई में भी नहीं पहुंची, तो 2000 से अधिक शो निरस्त करना पड़े। 200 करोड़ की फिल्म  40 करोड़ के लिए भी रो रही है, और तक जब सरकार में बैठे दिग्गजों ने फिल्म को मातृभूमि के सम्मान की बेहतरीन कहानी बताया था। हालांकि इस बार भाजपा के कार्यकर्ता फिल्म दिखाने के लिए मैदान में नहीं आए। जिस प्रकार से कश्मीर फाइल के टिकट लेकर दिखाए गए थे, जबकि दोनों ही फिल्मों में मुस्लिमों के आतंक को बताया गया था।

पिछले सप्ताह शुक्रवार को एक साथ 5000 स्क्रीन पर उतारी गई पृथ्वीराज चौहान ने पांचवे दिन ही कई स्क्रीन से अपनी देह त्याग दी। कई जगह फिल्म के शो दर्शकों के अभाव में निरस्त कर दिए गए और कई जगहों पर फिल्म उतार दी गई है। अब पूरे देशभर में 1000 के लगभग ही स्क्रीन बचे हैं जहां आज अंतिम दिन फिल्म चल रही है। 200 करोड़ की लागत से बनी इस फिल्म ने पहले दिन ही 10 करोड़, दूसरे दिन 12 करोड़, तीसरे दिन रविवार के कारण 16 करोड़ के बाद चौथे दिन 4 करोड़ और पांचवे दिन 4000 रुपए भी नहीं जुटाए, जबकि इससे बड़ी फ्लाप फिल्म कंगना रनौत की धाकड़ 8 दिन में ही अच्छी पिटाई के बाद उतर गई। इस फिल्म के 8वें दिन मात्र 4420 रुपए ही कलेक्शन आया था, जबकि पृथ्वीराज चौहान पांचवे दिन ही पसर गए। इस फिल्म को हिन्दू राष्ट्र का गौरव बताते हुए खुद गृहमंत्री ने भी इसे मातृभूमि की कहानी के साथ बेहतरीन फिल्म कहा था तो भाजपाई राज्यों में इसे टैक्स फ्री कर दिया गया था, इसके बाद भी घटे दरों पर भी लोग देखने नहीं पहुंचे। कुल मिलाकर हिन्दू गौरव के नाम पर पृथ्वीराज चौहान की आड़ में इस बार फिल्म निर्माता तो मुंह की खानी पड़ी। दूसरी ओर कश्मीर फाइल से 200 करोड़ कमाने वाले फिल्म निर्माता विवेक अग्निहोत्री ने 2 रुपए भी कश्मीरी पंडितों के लिए नहीं दिए, जबकि पूरी फिल्म में कश्मीरी पंडितों पर अत्याचार दिखाकर करोड़ों रुपए कमाए। इसी के साथ पिछले दिनों कश्मीरी पंडितों पर हुए हमलों के बाद भी कोई ट्विट या दुख भी व्यक्त नहीं किया।

You might also like