कच्चे तेल में आग, 120 डॉलर के पार

सऊदी अरब ने भारत को देने वाले कच्चे तेल की कीमत ढाई डॉलर तक बढ़ाई

नई दिल्ली। सऊदी अरब ने भारत को देने वाले कच्चे तेल की कीमतें ढाई डॉलर तक बढ़ा दी है जिसके कारण तेल कंपनियों को 20 रुपए प्रति लीटर पेट्रोल-डीजल में घाटा होने लगा है, जिसके चलते 15 जून के बाद एक बार फिर महंगाई बढ़ने लगेगी। इसमें आटा-ब्रेड से लेकर कई चीजों के दाम आसमान छूने लगेंगे।
आसमान छूती महंगाई से फिलहाल राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में उछाल, रेपो दर में इजाफा, गेहूं और अन्य खाद्य पदार्थों की बढ़ती कीमतों को देखते हुए चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही तक महंगाई की मार पड़ती रहेगी। इस दौरान न सिर्फ पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ेंगे बल्कि पहले से ज्यादा ईएमआई भरनी होगी। हालांकि, महंगाई से आम लोगों को राहत देने के लिए सरकार और आरबीआई ने कई कदम उठाए हैं।


आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की तीन दिवसीय बैठक सोमवार से शुरू हो गई है। बुधवार को इसके फैसले आएंगे, जिसमें रेपो दर में फिर 0.35-0.40त्न बढ़ोतरी की घोषणा हो सकती है। अगर ऐसा हुआ तो विभिन्न प्रकार के कर्ज महंगे हो जाएंगे। इसका असर लोगों की मासिक किस्त (ईएमआई) पर पड़ेगा। उन्हें पहले से ज्यादा ईएमआई भरनी होगी। विशेषज्ञों का मानना है कि खुदरा महंगाई के अप्रैल में 8 माह के उच्चस्तर पर पहुंचने और थोक महंगाई के 13 महीनों से दहाई अंकों में बने रहने से आरबीआई के पास ब्याज दर बढ़ाने के सीमित विकल्प बचे हैं। कोटक महिंद्रा बैंक की समूह अध्यक्ष शांति एकंबरम ने कहा, बढ़ती महंगाई के दौर में एमपीसी इस बैठक में 0.35-0.50 फीसदी वृद्धि कर सकती है। पेट्रोलियम और कमोडिटी की कीमतों को देखते हुए रेपो दर में कुल एक से 1.5 फीसदी तक वृद्धि का अनुमान है।
दुनिया के सबसे बड़े तेल उत्पादक सऊदी अरब ने एशियाई देशों के लिए कच्चे तेल के दाम में 6.50 डॉलर की ऐतिहासिक बढ़ोतरी की है। इसके बाद वैश्विक बाजार में ब्रेंट क्रूड की कीमतें 0.3त्न बढ़कर 102.04 डॉलर प्रति बैरल पहुंच गईं। अमेरिकी बेंचमार्क डब्ल्यूटीआई क्रूड 0.3त्न बढ़कर 119.27 डॉलर प्रति बैरल के तीन महीने के उच्च स्तर पर पहुंच गया।
दरअसल, सऊदी अरब ने एशियाई देशों के लिए कच्चे तेल (अरब लाइट क्रूड) के जुलाई के भाव में 6.50 डॉलर की बढ़ोतरी की है। इससे वैश्विक बाजार में कच्चे तेल की कीमतें मई के बाद शीर्ष पर पहुंच गईं।

You might also like