करोड़ों रुपए खर्च करने के बाद भी बदहाल है गांधीहाल

गुंबद पर उगने लगे हैं पौधे, परिसर में फैल रही गंदगी-उड़ रही धूल

इंदौर।
यह विडंबना ही है कि करोड़ों रुपए खर्च कर जिस गांधी हाल का जीर्णोध्दार किया गया, वह छ: माह में ही पुन: बदहाल नजर आ रहा है। स्थिति यह है कि गांधी हाल के गुंबदपर पौधे उगने लगे हैं तो परिसर में गंदगी का साम्राज्य नजर आने लगा है। इसी तरह देख-रेख के अभाव में यहां धूल उड़ रही है। यदि समय रहते इस ओर ध्यान नहीं दिया गया तो गांधी हाल की इमारत को फिर जर्जर होते देर नहीं लगेगी।
उल्लेखनीय है कि स्मार्ट सिटी कंपनी ने लगभग छ: साल तक लाल पत्थरों से बने सौ साल पुराने गांधी हाल को बंद रखकर इसका जीर्णोध्दार किया। इस पर लगभग ६.७२ करोड़ ुरुपए खर्च किए गए, लेकिन अब यह पैसा बर्बाद होता नजर आ रहा है। इसकी मुख्य वजह यह है कि इसके गुंबदों सहित दीवारों पर भी पीपल, बरगद आदि के पौधे उगने लगे हैं। इधर, साफ सफाई नहीं होने से यहां गंदगी का अंबार भी लगने लगा है और परिसर में चारों ओर धूल उड़ते नजर आ रही है।
देखा जाए तो सन २०१४ में नगर निगम ने इसके जीणोद्धार के लिए पहली बार काम शुरू किया था। स्मार्ट सिटी कंपनी ने गांधी हाल की मरम्मत करने के साथ ही अंदर-बाहर से टूटे-फूटे हिस्सों की मरम्मत के साथ ही पालिश की गई है। पिछले साल सितंबर में ही इसे पुन: खोला गया, लेकिन छ: माह मेें ही यह पुन: दुर्दशा के शिकार होने लगा है। यहां पर यह भी प्रासंगिक है कि गांधी हाल को संवारने का प्रोजेक्ट दो हिस्सों में बनाया गया था। इसमें पहले ेबिल्डिंग का काम किया जाना था, दूसरे हिस्से में आसपास की जमीन पर संसाधन तैयार करने के साथ ही उद्यान को विकसित किया जाना था। अभी तक पहले चरण का काम तो पूरा हो गया है, लेकिन दूसरे चरण का काम अभी बाकी है।

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