खाद्य तेल, दूध, सहित नहाना, श्रंृगार महंगा
अब लगा महंगाई का तड़का कई कंपनियों ने मूल्यवृद्धि की
नई दिल्ली (ब्यूरो)। मार्च माह में अब पूरे देश में महंगाई का जोरदार तड़का लगना शुरू हो गया है। खाद्य तेल के साथ ही जहां दूध महंगा हो गया है वहीं टूथ पेस्ट से लेकर नहाने और कपड़े धोने के साबुन सहित कई सामानों की कीमतों में 9 प्रतिशत तक की वृद्धि कर दी गई है। हालांकि फरवरी में भी कीमतों में वृद्धि की गई थी। इधर बीपीएन के डायरेक्टर ए.के. निगम का कहना है कि महंगाई दर औसत 6 फीसदी सालाना रही तो अगले 20 साल महंगाई इसी प्रकार बढ़ती रहेगी तो आज के 50 लाख रुपए डेढ़ लाख रुपए के बराबर हो जाएंगे। यानी जो परिवार 50 हजार रुपए में चल रहे हैं उन्हें डेढ़ लाख रुपए खर्च करने होंगे।
मार्च में आम लोगों की जेब पर बोझ बढ़ गया है। कल ही डेयरी ने दूध महंगा किया है। अमूल के साथ ही कई कंपनियों ने दूध की कीमतें बढ़ा दी है। अमूल का दूध 60 रुपए लीटर हो गया है। उनका कहना है कि पशु आहार की कीमतें बढ़ने के कारण भाव बढ़ाना पड़े। इधर खाने का तेल और भी महंगा होने जा रहा है। भारत यूक्रेन से 1.6 लाख टन तेल का आयात करता था, जो 145 रुपए लीटर आयात होता था वह बढ़कर 165 रुपए लीटर हो गया है। इधर पाम तेल जो 135 रुपए लीटर आयात होता था वह 155 रुपए लीटर आयात हो रहा है। इसके चलते तेल कंपनियों ने भी अपने भाव में वृद्धि कर दी है। सोयाबीन का 15 लीटर का जार अब लगभग 300 रुपए महंगा होकर 2408 रुपए हो गया है। वहीं सरसों के तेल का जार 2633 रुपए और मूंगफली तेल का जार 2423 रुपए हो गया है। इधर घरेलू सामान जिनका दैनिक उपयोग होता है साबुन, तेल, पेस्ट और श्रंृगार का सामान भी 10 प्रतिशत महंगा हो गया है। इसमें अभी और कीमतें बढ़ना तय है। दूसरी ओर बीपीएन फिन केप के डायरेक्टर का कहना है कि महंगाई की स्थिति यही बनी रही तो आने वाले 10 सालों बाद ही इसका असर दिखाई देने लगेगा और 20 साल बाद आपके 50 हजार रुपए के खर्च बढ़कर डेढ़ लाख रुपए के हो जाएंगे, क्योंकि 50 हजार रुपए की कीमत बढ़कर डेढ़ लाख रुपए हो जाएगी।