इंदौर : कौटिल्य एकेडमी के कई परिसरों में आयकर के छापे, करोड़ों की कर चोरी उजागर

सेंट्रल एक्साइज में भी 2 करोड़ रुपए की टैक्स चोरी का लाभ लिया था

इंदौर। आयकर विभाग ने आज तड़के एक साथ कई परिसरों में छापे की कार्रवाई प्रारंभ की। इसमें शिक्षा क्षेत्र की सबसे बड़ी कोचिंग क्लास कौटिल्य एकेडमी के 15 परिसरों में छापे मारे गए, तो वहीं डिजीयाना समूह पर भी सुबह से इंदौर और भोपाल के परिसरों में छापे की कार्रवाई की गई। 100 से अधिक अधिकारी आज सुबह से इंदौर के अधिकारियों के साथ छापे की कार्रवाई में शामिल किए गए। कुछ समय पहले ही कौटिल्य एकेडमी ने सेंट्रल एक्साइज की डिसक्लोजर स्कीम का लाभ उठाते हुए 2 करोड़ रुपए की राशि उजागर की थी। उसी समय से यह एकेडमी आयकर विभाग के निशाने पर थी। हालांकि सेंट्रल एक्साइज में भी इस स्कीम का लाभ दिलाने के लिए एक अधिकारी ने कोचिंग संचालकों को करोड़ों रुपए का लाभ दिला दिया था।
आज तड़के कौटिल्य एकेडमी के संचालक सिद्धांत जोशी और उनके अन्य साथियों के यहां विद्यानगर में उनके निवास पर छापे की कार्रवाई शुरू की गई। इसी के साथ 12 कॉलेजो और 3 कोचिंग क्लास परिसर में भी यह कार्रवाई प्रारंभ हुई। कौटिल्य एकेडमी आईएएस और आईपीएस परीक्षाओं के लिए कोचिंग क्लास चलाती है। इंदौर में कई कॉलेज किराये पर लेकर उन्होंने अपनी कोचिंग को विस्तार दिया था। कोचिंग के माध्यम से लगने वाले सेंट्रल एक्साइज के टैक्स में भी इस संस्था ने जमकर चोरी की थी। बाद में जब सेंट्रल एक्साइज में डिसक्लोजर स्कीम शुरू की तो संचालकों ने 2 करोड़ रुपए भरकर अपने आप को बचा लिया। इस दौरान सेंट्रल एक्साइज में पदस्थ डिप्टी कमिश्नर ऑडिट वीरेन्द्र जैन ने उनकी भरपूर मदद की थी। बताया जा रहा है कि वीरेन्द्र जैन के खुद के 4 कोचिंग क्लासेस भी एरोड्रम रोड पर चल रहे है और इसी आधार पर उन्होंने कौटिल्य एकेडमी के संचालकों को टैक्स चोरी के मामले में जमकर लाभ दिलाया था, जबकि विभाग के कई अधिकारी शिकायत कर रहे थे कि यह मामला 10 करोड़ से अधिक का है। वहीं आज सुबह एक बार फिर आयकर विभाग के अधिकारियों का लवाजमा कौटिल्य एकेडमी के सभी परिसरों में पहुंचा। बताया जा रहा है कि कोचिंग संचालकों के यहां अभी तक की यह सबसे बड़ी टैक्स चोरी उजागर होगी। सूत्र बता रहे है कि 50 करोड़ से अधिक की कर चोरी का मामला उजागर होगा। वहीं कुछ बेनामी संपत्ति के दस्तावेज भी कौटिल्य एकेडमी के संचालक के यहां से जब्त हुए है। वहीं एक और परिसर डिजीयाना के निवास और कार्यालय पर इंदौर और भोपाल में कार्रवाई की गई। यह समूह खनिज के अलावा मीडिया कारोबार में भी अपनी पहचान रखता है।

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