बच्चों के लिए 1500 पलंग आरक्षित, इलाज को लेकर तैयारियां शुरू

कोरोना की तीसरी लहर

इंदौर। कोरोना महामारी की संभावित तीसरी लहर को लेकर जिले में जहां 11 हजार बेड 250 अस्पतालों में तैयार किए जा रहे है। वहीं तीसरी लहर बच्चों के लिए ज्यादा खतरनाक बताई जा रही है। अस्पतालों में 1500 बेड बच्चों के लिए आरक्षित रहेंगे। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि चाचा नेहरू अस्पताल में 400 बेड और पीसी सेठी अस्पताल में 100 ेबेड सहित वेंटीलेटर, ऑक्सीजन आदि सारी व्यवस्थाएं इलाज के लिए की जाएंगी। इसके अलावा शासकीय अस्पतालों में 30 वेंटीलेटर कुल बताए गए है। हालांकि निजी अस्पतालों में कितने वेंटीलेटर है यह आंकड़ा स्वास्थ्य विभाग नहीं बता पाया। यदि तीसरी लहर आती है तो पहले सप्ताह में 200 से 300 बच्चों का इलाज एक साथ शुरू किया जा सकता है।
महामारी की पहली लहर में जहां बच्चों पर कोई असर नहीं पड़ा। वहीं दूसरी खतरनाक लहर से पूरा शहर त्राही-त्राही कर रहा था। अप्रैल, मई में हर दिन सैकड़ों मरीज मिलने के साथ मौतें भी ज्यादा हो रही थी। शहर के दर्जनभर से अधिक श्मशानों में हर दिन 30 से 40 शव एक श्मशान में जलाए जा रहे थे। ऑक्सीजन, रेमडेसिविर इंजेक्शन और बेड की मारामारी होगी यह फरवरी, मार्च में किसी ने नहीं सोचा था और ऑक्सीजन की किल्लत के चलते कई मरीजों ने सड़क, घर, अस्पताल के गेट पर ही दम तोड़ दिया। परिजन अपने मरीज को ऑटो, कार, टू व्हीलर में, गोद में लिए ही भगते रहे थे। अब संभावित तीसरी लहर की तैयारियों पर शासन, प्रशासन कह रहा है कि जिले में 11 हजार बेड तैयार किए जा रहे है। लगभग 250 अस्पतालों में महामारी का इलाज सारी सुविधाओं के साथ होगा। सीएमएचओ डॉ. बी.एस. सेतिया ने बताया कि बच्चों के लिए चाचा नेहरू अस्पताल और पीसी सेठी अस्पताल में कुल 500 बेड तैयार है। सभी शासकीय अस्पतालों में 30 वेंटीलेटर रहेंगे। इसके अलावा ऑक्सीजन प्लांट भी जल्द ही चालू हो जाएंगे।
मेडिकल स्टॉफ की नई भर्ती की गई
बताया गया है कि यदि तीसरी लहर आती है तो पहले सप्ताह में 200 से 300 बच्चों का इलाज अस्पतालों में एक साथ शुरू किया जा सकेगा। शासकीय अस्पतालों में जहां सभी सुविधाएं रहेंगी। वहीं निजी अस्पताल संचालकों को भी कड़े निर्देश दिए गए है कि इलाज में कोई कमी नहीं रखी जाएगी। बेड, ऑक्सीजन, रेमडेसिविर इंजेक्शन, दवा आदि भरपूर मात्रा में होगी। डॉक्टर, नर्स और अन्य स्टॉफ भी पर्याप्त रहेगा। स्वास्थ्य विभाग ने संविदा नियुक्ति भी मेडिकल स्टॉफ की की है।
वर्तमान में 16 मरीज ही कोरोना में इलाजरत
सीएमएचओ सेतिया ने डेल्टा वेरिएंट के बारे में बताया कि कोरोना महामारी वायरस में डेल्टा वेरिएंट से कोई मरीज अब नहीं मिल रहे है। अस्पतालों में वर्तमान में जो कोरोना मरीज इलाजरत है उनकी संख्या 16 है। कल 10995 मरीजों की जांच में सिर्फ 3 मरीज ही पॉजिटिव आए। अब तक 17 माह में पूरे जिले में 21 लाख 62 हजार 725 मरीजों की जांच हुई है जिसमें से 1 लाख 53 हजार 19 मरीज पॉजिटिव निकले है। स्वास्थ्य बुलेटिन में 1391 मरीजों की जिले में कोरोना से मौत बताई गई है।

 

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