इस साल भारत पर कर्ज बढ़कर 13 ट्रिलियन डॉलर हो जाएगा
देश की अर्थव्यवस्था 2025 में 5.5 ट्रिलियन डॉलर की होगी
नई दिल्ली (दोपहर डेस्क)। कोरोना महामारी के बाद एक बार फिर देश की अर्थव्यवस्था को रफ्तार देने के प्रयास शुरू किए जा रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर अगले पांच साल में देश का कर्ज 13.3 प्रतिशत की गति से बढ़कर 1.3 ट्रिलियन डॉलर हो गया है। अब 2025 तक यह कर्ज 9.4 प्रतिशत सालाना की दर से बढ़ते हुए 12.4 ट्रिलियन डॉलर हो जाएगा। यानी तेरह लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का कर्ज 2025 तक भारत पर होगा, वहीं बांड बाजार से लिए गए पैसों पर भी पंद्रह प्रतिशत की दर से ब्याज बढ़ेगा। सबसे ज्यादा मार यहीं पर दिखाई देगी। इन सबके बाद भी भारत 2025 तक 5.5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था को छू सकता है।
लंदन के बोस्टन कंसल्टिंग ग्रुप द्वारा देशों की अर्थव्यवस्था पर जारी की गई रिपोर्ट के अनुसार भारत अब अनलॉक होने के बाद आर्थिक तरक्की की ओर तेजी से बढ़ेगा। 2015 से 2020 के बीच भारत की सम्पत्ति में 11 प्रतिशत की दर से वृद्धि हुई है। यह 3.4 ट्रिलियन डॉलर की हो गई है। अगले पांच साल में भारत में आर्थिक तरक्की अन्य देशों से तेज होगी। हालांकि रियल इस्टेट और फाइनेंशियल क्षेत्र में भारत की सम्पत्ति 12.4 ट्रिलियन डॉलर हो गई है। आने वाले समय में दस प्रतिशत की रफ्तार से भारत की सम्पत्ति बढ़ेगी। दूसरी ओर भारत पर भारी कर्ज भी अगले पांच सालों में दिखाई देगा। भारत पर 2025 तक पंद्रह लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का कर्ज हो जाएगा।