sulemani chai – तुम अपने खून मे पैदा हरारत क्यों नहीं करते…तिरंगा यात्रा पर कमजोर रहा मोर्चा…

sulemani chai
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तुम अपने खून मे पैदा हरारत क्यों नहीं करते…

देश की बेटी कर्नल सोफिया कुरेशी के लिए जहाँ पूरा देश धर्म और जाति से हटकर गुस्सा दिखा रहा है, वही बीजेपी को छोडक़र सभी दलों ने उस बेटी का मान बढ़ाया, कांग्रेस भी राष्ट्रीय स्तर से बेटी के सम्मान मे पूरे दमखम लगाया, वही शहर से लेकर प्रदेश तक के मुस्लिम नेताओ के मुँह से एक अल्फाज़ भी नहीं निकल पाया,वकाई सोचने वाली बात है। हम अपनी कयादत कही गूंगो के हवाले तो नहीं कर रहे, क्या नाली और गटर साफ कराना ही हमारे पार्षद और विधायक और दर्जनों युवा नेताओं की जिम्मेदारी है, अगर हम अपने हक़ के लिए सच्चाई से खड़े नहीं हो सकते तो हमारी राजनीति बेमानी है, इसी पर एक शेर हमारे हालातो पर जचता है,, मुसलसल बुजदिली से जंग लग जाता है जहनो पर कहो तुम अपने खून मे पैदा हरारत क्यों नहीं करते।

तिरंगा यात्रा पर कमजोर रहा मोर्चा…

गोरव बाबू के रहते अल्पसंख्यक मोर्चे को कोई बड़ा काम नहीं दिया गया था, सुमित के आते ही वक्फ बिल का समर्थन के लिए ऐलान और बयान देने को मोर्चे से कहा गया पर इतनी छोटे काम में भी सुमित बाबू मोर्चा सेठ की बगले झाकने की अदा से समझ गए कि मोर्चे को बेसाखी की ज़रूरत है, इसलिए दुबारा जब तिरंगा यात्रा मे सभी समाज को जोडऩा था तो मोर्चे के पुराने नए को याद किया गया, जिसमें भी मोर्चा शेख अपने दो साथियो के साथ आए और सिर्फ सो लोगो को लाने की जिम्मेदारी भी नहीं निभा पाए,मोर्चा छोटा सा मंच लगाके बरी, जि़म्मे हो गया और उस पर भी हज कमेटी को बुलाना पड़ा फिर भी पुरे मंच पर 13 नेता जमा हो पाए। जिन पुरानो ने लंगड़े मोर्चे को रास्ता बताना था वो भी अंधे निकले मोर्चा से शाह साहब अपने 9 साथियो के साथ बड़ा गणपति से ही रवाना हो गए, एक और पूर्व अध्यक्ष को ए पी जे मण्डल के मंच पर अपने भतीजो के साथ मुँह छुपाने की मंजूरी मिली, भला हो जिला वक्फ की टीम का जिन्होंने यात्रा का सबसे बड़ा मंच के साथ कमेटीयों की भीड़ जमा कर ली जिसकी तारिफ खुद मुख्यमंत्री डा्. मोहन यादव ने की।

युवक कांग्रेस के लिए घंटी बजी…

कमजोर कांग्रेस को मजबूत युवा की जरुरत है जिसके लिए ज़ोर आजमाइश शुरू हो चुकी है, इस बार युवक कांग्रेस मे अल्पसंख्यक को भी एर्जेस्ट करना है क्योंकि जिस तरहा कांग्रेस बीजेपी युक्त हो रही है अल्पसंख्यक समाज ही इसे बीजेपी मुक्त रख सकता है, वही मिली जानकारी के अनुसार अल्पसंख्यक कांग्रेस के एक बड़े नेता जी ने अपने बेटे के लिए फोन लगाना शुरू कर दिए है और हो सकता है की जल्द ही छोटे नवाब की गाड़ी पर युवक कांग्रेस की पट्टी लग जावे।

दुमछल्ला…
कादरी की कदर तो बनती है…
जिंदाबाद मुर्दाबाद के चक्कर मे पार्षद अनवर कादरी जेल से बाहर तो आ गए लेकिन जिस तरह पूरी बीजेपी ने ज़ोर आजमाइश के साथ अनवर को अंदर करवाया, क्या कांग्रेस के एक भी सुरमा मे उनका साथ देने की हिम्मत नहीं थी। सभी सुरमा भोपाली की तरहा बस दबी जबान से कह रहे थे कि गलत हुआ, लेकिन शायद सभी भूल गए कि आज उनकी तो कल अपनी बारी है।

मेहबूब कुरैशी ९९७७८६२२९९

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