नीट नए फर्जीवाड़े : 715 अंक पाने वाले 225 से ज्यादा निकले

NEET new fraud

NEET new fraud: those who got 715 marks turned out to be more than 225
NEET new fraud: those who got 715 marks turned out to be more than 225

नई दिल्ली। नीट को लेकर और फर्जीवाड़े अब हर दिन सामने आ रहे हैं। इधर बिहार पुलिस ने नीट परीक्षा आयोजित करने वाले एनटीए से ओरिजनल प्रश्न पत्र मांगा है क्योंकि यहां पर कुछ जले हुए प्रश्न पत्र भी जब्त हुए थे ताकि दोनों का मिलान किया जा सके। अभी तक एनटीए ने प्रश्न पत्र की मूल प्रति नहीं दी है। NEET new fraud

दूसरी ओर परीक्षा को लेकर मिले अंक के मामले में विचित्र जानकारी सामने आई है। इस साल जहां पहले 715 अंक लाने वाले लोगों की संख्या बेहद कम बताई जा रही थी अब वह तेजी से बढ़ रही है। इस साल 715 अंक लाने वाले 225 रहे जबकि पिछले साल 4 ही थे। इसके अलावा 710 अंक पाने वाले 407 थे जबकि पिछले साल इनकी संख्या 27 थी।

705 अंक पाने वाले इस साल सबसे ज्यादा 542 रहे जबकि पिछले साल इनकी संख्या मात्र 94 थी। इसके अलावा 720 अंक पाने वाले 1563 छात्रों की परीक्षाएं निरस्त मानते हुए उन्हें फिर से परीक्षा दिए जाने के आदेश दिए गए हैं। पिछली बार इनमें भी संख्या मात्र 2 थी।

New law in midnight paper leak case, 10 years jail, 1 crore fine, under heavy pressure regarding NEET also
New law in midnight paper leak case, 10 years jail, 1 crore fine, under heavy pressure regarding NEET also

पेपर लीक के मास्टर माइंड का देशभर में नेटवर्क

नई दिल्ली। यूपी पुलिस भर्ती के पेपर लीक मामले में मेरठ जेल में बंद कुख्यात रवि अत्री अब भी पूरी तरह से सक्रिय है। इसी गैंग पर बिहार के पटना और नालंदा बॉर्डर से नीट का पेपर लीक कराने का आरोप भी लग रहा है। पुलिस अफसरों के अनुसार जांच एजेंसी को नीट पेपर लीक मामले में रवि अत्री के खिलाफ सबूत मिले हैं। सलाखों के पीछे जाने के बाद अब उसकी एक महिला मित्र और उसके एक करीबी रिश्तेदार ने पूरी कमान संभाल ली है।

Also Read – आधी रात पेपर लीक मामले में नया कानून

ज्यादातर पेपर लीक मामलों में उसकी संलिप्तता मानी जा रही

एक दशक से नकल माफियाओं के गिरोहों से सीधा संपर्क रखने वाला रवि अत्री का नेटवर्क बिहार, बंगाल से लेकर पूरे उत्तर भारत में फैल चुका है। देशभर में ज्यादातर पेपर लीक मामलों में उसकी संलिप्तता मानी जा रही है। नीट पेपर लीक मामले में पुलिस जल्द ही उससे पूछताछ भी कर सकती है।

पुलिस की प्राथमिक जांच में यह बात सामने आई है कि जेवर के नीमका गांव का रहने वाले रवि अत्री ने देशभर के नकल माफियाओं से सांठगांठ कर करोड़ों रुपये की अकूत संपत्ति अर्जित की है।

नोएडा और ग्रेटर नोएडा में उसके पास कई आलीशान फ्लैट हैं। इन्हीं फ्लैट में बैठकर उसने पेपर लीक जैसे बड़े षडयंत्र को अंजाम भी दिया है।

फिलहाल, नोएडा के एक फ्लैट को उसने अपनी एक महिला मित्र को दिया है, जो उसके जेल जाने के बाद पूरे धंधे की कमान संभाले है। इस काम में बुलंदशहर निवासी उसका एक करीबी रिश्तेदार भी उसकी मदद करता रहा है। NEET new fraud

यह रिश्तेदार दिल्ली में सरकारी विभाग में तैनात है। नीट यूजी पेपर लीक मामले से जुड़े बिहार के संजीव मुखिया से भी रवि अत्री का सीधा कनेक्शन है। संजीव मुखिया का बेटा डॉक्टर शिव कुमार एक साथ पढ़ाई कर चुके हैं। NEET new fraud

संजीव मुखिया का बेटा बीपीएससी टीचर परीक्षा का पेपर लीक करने के मामले में पहले से जेल में है। रवि अत्री का इतिहास भी कुख्यात है। वह 2012 में प्री-मेडिकल टेस्ट परीक्षा पेपर और 2015 में एम्स पीजी परीक्षा पेपर लीक करने के आरोप में जेल जा चुका है। हाल ही में, यूपीएसटीएफ ने कांस्टेबल भर्ती घोटाले में अत्री और 18 अन्य आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया था।

 

You might also like