विजयवर्गीय इन्दौर के विकास के नए जनक बनेंगे

भोपाल-इंदौर के बीच फाइलों में मिलेगी कई कामों को रफ्तार

इंदौर। भाजपा के कद्दावर नेता और मोहन यादव मंत्रिमंडल में शामिल हुए इंदौर क्षेत्र क्रमांक १ के विधायक कैलाश विजयवर्गीय को लेकर इस शहर को कई उम्मीदें बंधी है। उनके काम करने के जुनून और महापौर कार्यकाल में उनके द्वारा शुरु किए गये कार्यों को फिर एक बार पटरी पर लाने के लिए आने वाले सालों में इस शहर में फिर विकास की बयार बहती हुई दिखाई देगी। इसमे जहां अब शहर को रफ्तार देने के लिए कई ओवरब्रिज बनते दिखेंगे तो वहीं युवाओं के रोजगार के लिए आईटी हब को और तेजी से बढ़ाने का काम भी दिखाई देगा। इसके अलावा उनके महापौर कार्यकाल में शहरी क्षेत्र में जमीन का जलस्तर बढ़ाने के लिए ऐतिहासिक प्रयास प्रारंभ हुआ था जो बाद में ठंडे बस्ते में चला गया। अब यह सभी कार्य शहर को वापस होते दिखाई देंगे। विदित हो विजयवर्गीय अपने पुराने कार्यकाल में इन विभागों को दिशा देने में महारत हासिल कर चुके है। वे इस समय नगरीय प्रशासन मंत्रालय के मुखिया है।

कैलाश विजयवर्गीय के कामकाज के तरीके को करीब से समझने वाले अधिकारियों का मानना है कि इंदौर शहर के लिए कैलाश विजयवर्गीय का वापस लौटकर प्रदेश की राजनीति में आना एक नया कदम होगा। इससे जहां शहर के विकास को लेकर अब इंदौर और भोपाल में फाइलों को तेजी से रफ्तार मिलेगी वहीं बजट को लेकर अब भोपाल में ताकतवर तरीके से इंदौर का पक्ष भी रखा जा सकेगा। शहर को कैलाश विजयवर्गीय के तेवर से विकास की बड़ी उम्मीद बंध गई है। सूत्रों की माने तो उनकी प्राथमिकता में यातायात, स्वच्छता और कानून व्यवस्था तीनों ही सर्वोच्च प्राथमिकता पर रहेंगे। इसी के साथ उन्होंने अपने महापौर कार्यकाल में पब्लिक ट्रांसपोर्ट को लेकर कई प्रयास किए थे जो अब जमीन पर धीरे धीरे रफ्तार पकड़ चुके हैं। ऐसे में आने वाले पांच साल इस शहर की नई इबारत लिखने के लिए बेहतर समय रहेगा। दूसरी ओर नगर निगम आने वाले पचास सालों को लेकर जिन तैयारियों को प्रमुखता दे रही है उनके लिए अब बजट लाना भी आसान रहेगा। इसके अलावा अब शहर में डबल डेकर बसों का चलन भी शुरु हो जाएगा, जो महानगरों की श्रेणी में इंदौर को खड़ा करने के लिए बड़ा कदम होगा।

इसके अलावा नगर निगम को राजस्व के मामले में मजबूत बनाने के लिए सख्ती होती हुई भी शहर को दिखाई देगी, उन्होंने महापौर कार्यकाल में दिवालिया हो रही नगर निगम का सबसे पहले राजस्व ढांचा ठीक किया था। कई नए टैक्स पहली बार बिना बोझ के आम लोगों पर आए थे। कैलाश विजयवर्गीय अपने महापौर कार्यकाल के बाद जब बाद में महू से विधानसभा चुनाव में उतरे थे तो उन्होंने वहां की सबसे बड़ी समस्या जो पहले हल की उसमे पचास सालों से रेलवे मार्ग पर लग रहे जाम से मुक्ति दिलाना थी और उन्होंने इसे प्रथम चरण में ही समाप्त कर दिया। क्षेत्र क्रमांक २ उनके काम करने की रफ्तार देख चुका है और अब क्षेत्र क्रमांक १ में जहां अतिक्रमण हटेंगे वहीं कई रोड़े जो लंबे समय से छोटे हो गई है उन पर खुला यातायात देखने का मौका भी मिलेगा। अधिकारियों का मानना है कि वे शहर में आने वाली किसी भी योजना के लिए खुली चर्चा उसके विशेषज्ञों से करने के बाद ही अगला कदम उठाते हैं। शहर को अगले एक साल में यह रफ्तार नये मॉडल के रुप में भी देखने को मिलेगी।

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