भोपाल (ब्यूरो)। मध्यप्रदेश के सारे फैसले अब दिल्ली से ही होंगे। मंत्रिमंडल के विस्तार की तस्वीर साफ होती नजर आ रही है। कुल 32 मंत्री बनाए जाएंगे, जिसमें से 16 नए चेहरे होंगे जो पहली बार के विधायक बने हैं। पूरी कैबिनेट में ओबीसी की संख्या सबसे ज्यादा रहेगी। दो या तीन मंत्री पुराने या अनुभवि बनाए जाएंगे। मोहन यादव मंत्रिमंडल छत्तीसगढ़ के मंत्रिमंडल की तर्ज पर ही बनाया जा रहा है।
राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक कल खत्म होने के बाद 25 तारीख को अटल जी की जयंती पर शपथ समारोह की तैयारियां की जा रही है। विधानसभा चुनाव परिणाम आने के 22 दिन बाद भी अभी तक मंत्रिमंडल का गठन नहीं हो पाया है। इसे लेकर भोपाल से दिल्ली तक कवायद चल रही है वहीं वरिष्ठ मंत्रियों को शामिल करने को लेकर कई बार पेंच फंसे हैं। इस बार के मंत्रिमंडल में जो विधायक शामिल होंगे उनमें से कोई भी मुख्यमंत्री का दावेदार नजर नहीं आएगा।
दिल्ली भाजपा हाईकमान नेताओं की नजर अगले लोकसभा चुनाव पर है और उसी के मद्देनजर रखते हुए मध्यप्रदेश के मंत्रिमंडल में कोशिश की जा रही है कि हर लोकसभा सीट से 1-1 मंत्री बनाया जाए। साथ ही खास बात यह है कि जातिय समीकरण बैठाने के भी पूरे प्रयास किए जा रहे हैं। इस विस्तार में 16 ऐसे नए चेहरे होंगे जो पहली बार विधायक बने हैं। ऐसे में उन्हें अनुभव की कोई बात आड़े नहीं आएगी। ये जरूर है कि अन्य 16 चेहरे पुराने और अनुभवी मंत्रियों को शामिल किया जा रहा है जैसा कि छत्तीसगढ़ मंत्रिमंडल के गठन में हुआ है। mp new cabinet minister
इनका नाम आगे
महाकौशल क्षेत्र से सिवनी विधायक दिनेश राय मुनमुन, मंडला विधायक संपत्तियां उईके, जबलपुर से अभिलाष पांडे के मंत्री बनाए जाने की जाने की उम्मीद दिख रही है। वहीं भोपाल से रामेश्वर शर्मा, भगवान दास सबनानी और कृष्णा कौर का नाम भी मंत्री की सूची में शामिल बताया जा रहा है। इसके अलावा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा, इंदौर से कैलाश विजयवर्गीय, रमेश मैंदोला, तुलसी सिलावट, रीति पाठक, संजय पाठक, नीना वर्मा, प्रदुम्न तोमर और चैतन्य काश्यप का नाम भी मंत्रियों की सूची में बताया जा रहा है।