जो जहां है वही से लड़ेंगे चुनाव…

विजयवर्गीय को भी मैदान में उतारने की तैयारी ! बड़े नेताओं को हारी व कमजोर सीटों की मिलेगी जिम्मेदारी...

इंदौर – भाजपा संगठन पूरी तरह से चुनावी मोड़ में आ चुका है संगठन अब कमजोर व हारी हुई सीटों पर ऐसे बड़े नेता को मैदान में उतारेगा जो जनता की पसंद हो या फिर वहां वहां वजूद रखता हो । संगठन किसी सीट पर बदलाव के मूड में भी नही है जो जहां है वही से चुनाव लड़ेगा । अब भाजपा कोई जोखिम नहीं उठाना चाहती है राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय को मालवा निमाड़ की महती जिम्मेदारी के साथ कही से चुनावी मैदान में उतारा जा सकता है जो कमजोर सीट लगती है।

भाजपा में अब विधानसभा के टिकिटों को लेकर अंदुरुनी मंथन शुरू हो चुका है पूरे प्रदेश में जो उम्मीदवार बड़े मतों से चुनाव जीतते आ रहे है वहा परिवर्तन नही किया जाएगा । साथ ऐसी कमजोर सीट जहाँ मतों से हारजीत का फासला कम रहा हो या हार चुके हो वहां जातीय समीकरण को देखते हुए बड़े नेता को मैदान में उतारा जा सकता है इंदौर की 6 विधानसभा में भाजपा 1 , 5 व राउ में कमजोर है तो वहां पुराने हारे हुए के अंतर को देखते हुए मंथन किया जा रहा है व उक्त नेता की सक्रियता को भी ध्यान में रखा जा रहा है।

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1 में बड़े नेताओं की नज़र

विधानसभा 1 में पूर्व विधायक सुदर्शन गुप्ता वर्तमान में सक्रिय तो है लेकिन प्रतिद्वंदी संजय शुक्ला के जातीय समीकरण के साथ बड़ी लोकप्रियता गुप्ता के लिए मुश्किल हो रही है यहां भाजपा कोई जोखिम नही लेना चाहती है।

भाजपा नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे यहां अपनी टीम गुपचुप तरीके से बना चुके है वही पूर्व प्रदेश मोर्चा अध्यक्ष अमरदीप मौर्य , दीपक जैन टीनू भी बेहद सक्रिय है टीनू को जातीय समीकरण का फायदा है शुक्ला के सामने वैश्य व जैन समाज टीनू के साथ आ सकता है। भाजपा के संगठन के बड़े नेताओं ने सुझाव दिया है कि यहां से रमेश मेंदोला को उतारने से सीट सुरक्षित की जा सकती है।

2 में रमेश मैंदोला के अलावा कोई विकल्प नही है हालांकि कयास ये भी चल रहे है कि आकाश विजयवर्गीय यहां उतर सकते है लेकिन कैलाश विजयवर्गीय को भाजपा कमजोर सीट पर उतार देती है तो पुत्र को टिकिट मिलना आसान नही होगा ।

3 में आकाश विजयवर्गीय चुनाव तो जीते थे लेकिन यहां का जातीय समीकरण पेचीदा है अगर कैलाश विजयवर्गीय मालवा निमाड़ के प्रभारी व स्टार प्रचारक बने तो यही से मैदान में उतरना होगा

4 में मालिनी गौड़ को कोई दिक्कत नज़र नही आती है हालांकि यहां कई नेता नज़रे गढ़ाए है लेकिन मालिनी जहाँ अपनी विधानसभा में मजबूत है वही भोपाल दिल्ली में उनकी पैरवी के लिए बड़े नेता गौड़ के साथ है। क्षेत्र क्रमांक 4 पर सांसद शंकर लालवानी ने भी अपना समीकरण बनाने का प्रयास शुरू कर दिया है।indore political news

5 में महेंद्र हार्डिया का चुनाव लड़ना या ना लड़ना दिलचस्प होता जा रहा है अगर बाबा मैदान में नही आते है तो स्थानीय निवासी सांसद शंकर लालवानी भी विकल्प हो सकते है हालाकि यहां गौरव रणदिवे भी प्रयासरत है लेकिन भाजपा के 5 नम्बरी नेताओ में लालवानी का सामंजस्य बैठा हुआ है और उनका विरोध कम है। इस क्षेत्र में संगठन के नेताओं का मानना है कि यहां से ताई के परिवार से भी दावेदारी हो सकती है। राऊ में जीतू जिराती , मधु वर्मा अभी दौड़ में है लेकिन विधायक जीतू पटवारी के सामने भाजपा बड़े नेता को उतारने की तैयारी में ऐसे में यहाँ से कैलाश विजयवर्गीय या उषा ठाकुर का नाम चर्चाओं में है एमआईसी सदस्य अभिषेक बबलू शर्मा शहरी वार्डो में बड़ा प्रभाव रखते है और बड़े नेताओं के नजदीकी भी है कुछ भी भाजपा यहाँ मंथन मनन करके ही मैदान पकड़ेगी ।indore political news

विजयवर्गीय के बयान बढ़ाई हलचल

कुछ दिनों पूर्व राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने ये कहा था कि वे भी मैदान में उतर सकते है इससे बड़ी खलबली है वे कहा से चुनाव लड़ सकते है इसलिए उनके बयान पर 1 , 5 व राउ पर नेता व कार्यकर्ता सोच रहे है । हालांकि अभी ये सिर्फ कयास ही है लेकिन विजयवर्गीय मैदान में उतर सकते ये बड़ा राजनीतिक कदम हो सकता है ।

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