नई स्टार्म वाटर लाइन बिछाकर करेंगे जलनिकासी
निगम ने बनाई योजना, सर्वे के बाद निकालेंगे टेंडर

इंदौर। शहर में थोड़ी सी बारिश से जलजमाव हो जाता है, जिससे वाहन चालकों के साथ आमजनों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। कई सालों से यह समस्या बनी हुई है। इसके स्थायी निराकरण की अब जाकर निगम सुध लेने जा रहा है। जहां-जहां जलजमाव की शिकायतें आ रही है, वहां नए सिरे से स्टार्म वाटर लाइन बिछाई जाएगी। निगम शीघ्र ही इस नई योजना पर काम शुरू करेगा। योजना की राशि मंजूरी के पहले सर्वे कराया जाएगा, ताकि टेंडर निकाला जा सके।
हर साल बारिश के दिनों में जलजमाव से हालत बदतर हो जाते हैं। निचली बस्तियों के साथ प्रमुख सड़कों, चौराहों पर एक-एक फीट तक पानी भरा जाता है, जिससे होकर वाहन चालकों को निकलना मजबूरी बन जाता है। कई बार वाहन चालक दुर्घटनाग्रस्त भी हो जाते हैं। बारिश के पहले निगम सड़कों का पेंचवर्क कराने के साथ पुरानी स्टार्म वाटर लाइनों को दुरुस्त करने में लाखों रुपए खर्च करता है।
जलजमाव रोकने अतिक्रमणों पर भी जेसीबी चलाई जाती है, इतना सबकुछ करने के बाद निगम दावा करता है कि अब जलजमाव नहीं होगा। लेकिन, जैसे ही बारिश होती है, फिर वहां जलजमाव हो जाता है। इस तरह निगम द्वारा खर्च किए गए लाखों रुपए बर्बाद हो जाते हैं।
गंदा पानी से निकलने के दौरान कई बार वाहन चालकों के विवाद तक हो जाते हैं। जनकार्य समिति के प्र्रभारी राजेन्द्र राठौर ने बताया कि पुरानी स्टार्म वाटर लाइनों की दुरुस्ती का काम तेजी से किया जा रहा है। जहां-जहां जलजमाव होता है, वहां नई लाइन बिछाने का काम शुरू किया जाएगा।
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प्राथमिक तौर पर निचली बस्तियों में पहले काम शुरू कराया जाएगा, ताकि वहां के रहवासियों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़ा। इसके बाद प्रमुख चौराहों की सुध लेंगे। उधर, जलजमाव से भयावह स्थिति निर्मित न हो सके, इसलिए बारिश के दौरानक ही कुछ सफाईकर्मियों को चेम्बरों की सफाई का जिम्मा सौंप रखा है। ये कर्मचारी संसाधनों के साथ चेम्बरों की सफाई करते हैं, जिससे चंद घंटे में ही जलजमाव खत्म हो जाता है।
Drainage will be done by laying new storm water line