मुंबई (ब्यूरो)। कल से 2000 के नोटों को बैंकों से बदलने का काम शुरू हो जाएगा। हालांकि पूरे देशभर में कई व्यापारिक स्थलों पर 2000 के नोट पहुंचना शुरू हो गए हैं। रिजर्व बैंक के आंकड़ों के अनुसार अगले 122 दिनों में 2000 के 3 लाख 62 हजार करोड़ रुपए बैंकों में जमा होने हैं। बैंकों ने अलग से काउंटर बनाना शुरू कर दिए हैं। रिजर्व बैंक के ताजा आदेश में कहा गया है कि एक व्यक्ति 10 नोट बदल सकता है। इसका कोई रिकार्ड नहीं रखा जाएगा। इससे यह संकेत मिलता है कि सरकार काले धन की बजाय 2000 के नोट से मुक्त होना चाहती है। नई व्यवस्था में एक व्यक्ति कम से कम 5 बैंकों में लाइन लगकर भी 2000 के नोट बदल लेगा, जिसकी कोई जानकारी नहीं देनी है। इसका मतलब 2 लाख रुपए से ज्यादा बदले जा सकेंगे। वहीं देश की चारों नोट छापने वाली प्रेसों में आज से 24 घंटे नोटों की छपाई शुरू हो गई है। 500 के नए नोट छापने हैं। देश के अर्थशास्त्री कह रहे हैं कि इसकी जरूरत नहीं थी, आने वाले छह माह में यह नोट चलन से बाहर हो जाते।
नोटबंदी के बाद सरकार 2000 का नोट कालाधन रोकने के लिए लाई थी। 2000 ka note दावा था कि इससे काले धन पर रोक लगेगी परंतु 7 साल बाद यह पता लगा कि 2000 का नोट ही कालेधन का कारक हो गया है। सरकार ने 2000 के नोट बंद करने को लेकर काला धन हासिल करने की कोई योजना नहीं बनाई है। वह केवल 2000 के नोट से मुक्ति चाहती है और इसीलिए बैंकों में नोट बदलने को लेकर कल से लाइनें लग सकती है। इस मामले में नोटों को लेकर अध्ययन करने वाले अर्थशास्त्री विवेक कोल ने कहा कि जो नोट चलन में हैं उन्हें बैंकों में बदलाने के लिए 18 करोड़ चक्कर लगाने होंगे। 2000 के किसी के पास 2 करोड़ रुपए हैं तो उसे 1000 बार बैंक में जाना होगा। रिजर्व बैंक के अनुसार 500 के नए नोट छापने का काम शुरू हो गया है। 1 लाख करोड़ रुपए के नोट छापने के लिए 200 करोड़ नोट 500 के छापे जाएंगे तो 2000 रुपए के 3 लाख 62 करोड़ रुपए बदलने के लिए 725 करोड़ 500 के नोट छापने होंगे। 2020-21 में देश में 2000 के नोट 6 लाख 72 हजार रुपए चलन में थे जो अभी मार्च 2023 में घटकर 3 लाख 62 हजार करोड़ रुपए रह गए।
500 के 725 करोड़ नोट छपना शुरू
देशभर की चार नोट प्रेसों में 500 के नोट छपाई का कार्यक्रम जारी हो गया है। हर दिन 22 घंटे नोटों की छपाई होगी। 500 के नए नोट 2000 के नोट से बदले जाने की प्रक्रिया के चलते 725 करोड़ नोट लगभग छापे जाने हैं, क्योंकि बैंकों का अनुमान है कि साढ़े 3 लाख करोड़ रुपए के नोट वापस लौटेंगे।करोड़ नोट छपना शुरू