आयुष्मान योजना में मध्यम श्रेणी परिवारों को भी मिलेगा मुफ्त इलाज

4 करोड़ परिवार लाभांवित होंगे, 20 करोड़ लाभार्थी होंगे

नई दिल्ली (ब्यूरो)। 1 फरवरी को आने वाले आम बजट में इस बार सरकार मध्यम श्रेणी परिवारों को बड़ी सौगात देने जा रही है। इस सौगात में 16 करोड़ से अधिक परिवार प्रधानमंत्री की जन आरोग्य योजना (आयुष्मान) के दायरे में लाए जा रहे हैं। इस पर गंभीरता से काम चल रहा है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण ने भी इसकी अनुशंसा की थी। अभी 10 करोड़ से अधिक परिवारों को इस योजना के तहत जोड़ा गया है। यह योजना सितंबर 2018 में प्रधानमंत्री मोदी ने प्रारंभ की थी। अभी इस योजना में 14 करोड़ से अधिक लोग शामिल हैं। दायरा बढ़ने से इस योजना में बीमा कंपनियां भी जोड़ी जा सकेंगी। साथ ही कई अस्पताल भी बीमा कंपनियों के कारण इस योजना में शामिल हो जाएंगे।

वित्त मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार प्रधानमंत्री की सबसे प्रतिष्ठापूर्ण आयुष्मान योजना का दायरा अब बढ़ाकर इसमें मध्यम श्रेणी परिवारों को भी लेने को लेकर सहमति बन गई है। अब इस योजना में 4 करोड़ से अधिक मध्यम श्रेणी परिवार जिनके पास अभी किसी भी प्रकार की बीमा योजना या स्वास्थ्य योजना नहीं है, उन्हें इस योजना में लाभान्वित किया जाएगा। राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण ने भी मध्यम श्रेणी परिवारों को इस योजना में शामिल करने के लिए स्वास्थ्य विभाग से आग्रह किया था। अभी यह योजना केवल गरीब लोगों के लिए ही थी। इसमें 10 करोड़ लोगों को 5 लाख रुपए तक का नि:शुल्क इलाज अस्पतालों से दिया जा रहा है। पहले इस योजना में 10 करोड़ लोग शामिल थे अब इस योजना में 14 करोड़ लोग शामिल हो गए हैं। नई योजना के तहत ऐसे लोग जिन्हें कार्य स्थल से ही बीमे की सुविधा है उन्हें इसमें शामिल नहीं किया जाएगा।

इसमें टैक्सी ड्रायवर सहित कई और लोगों को भी शामिल किया जा रहा है। देश में अभी 4 करोड़ लोगों के पास कोई सुरक्षा बीमा नहीं है, इन्हें भी इसमें शामिल किया जाएगा। दायरा बढ़ाने के पीछे वित्त मंत्रालय का कहना है कि जितना दायरा बढ़ेगा प्रीमियम भी उतना कम होगा और बीमा कंपनियों में भी जुड़ने के लिए स्पर्धा होगी, साथ ही अस्पताल भी इस योजना में शामिल होने के लिए आगे आएंगे।

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