पांच साल में 4,67,346,000 करोड़ के नकली नोट पकड़ाए

बाजार में 107 गुना बढ़ गए 2000 के जाली नोट

नई दिल्ली (ब्यूरो)। देश में इस समय 2000 के नकली नोटों का चलन 107 गुना तक बढ़ गया है। पिछले पांच सालों में 4,67,346,000 करोड़ रुपए के नकली नोट पकड़ाए हैं, जिसमें वर्ष 2016 में 2,272, वर्ष 2017 में 74,898, वर्ष 2018 में 54,776, वर्ष 2019 में 90,566 और वर्ष 2020 में 2,44,834 करोड़ के नकली नोट पकड़ाए हैं। वहीं दूसरी रिजर्व बैंक ने पिछले दो सालों से 2000 के नए नोट छापना बंद कर दिए हैं।

नोटबंदी के बाद भी देश में जाली नोटों का बाजार लगातार बढ़ता जा रहा है। इसकी संख्या अब 107 गुना तक हो गई है। वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी ने लोकसभा में जानकारी देते हुए कहा कि पांच सालों में 4,67,346,000 करोड़ के नकली नोट पकड़़ाए हैं। वर्ष 2018 को छोड़कर हर वर्ष इसका आंकड़ा बढ़ता जा रहा है वहीं दूसरी तरफ बैंकिंग प्रणाली में नकली नोटों का पता लगाने की संख्या में कमी आई है।

वित्त राज्यमंत्री ने कहा कि बैंकिंग प्रणाली में पाए गए ऐसे नोटों की संख्या वर्ष 2020-21 में कम हुई, लेकिन नकली करंसी का प्रचलन रोकने के लिए सरकार ने गैस कानूनी गतिविधियां अधिनियम 1967 लागू किया है।

इसके लिए बकायदा एनआईए का गठन किया और राज्यों तथा केन्द्र की एजेंसियों के बीच खूफिया जानकारी साझा करने के लिए एफआईसीएन कोऑर्डिनेशन ग्रुप भी गठित किया गया है। टेरर फंडिंग और नकली करंसी मामलों की जांच के लिए एनआईए में एक विशेष सेल भी बनाया गया है। उन्होंने कहा कि भारत और बांग्लादेश के बीच एक संयुक्त कार्यबल नकली करंसी का तस्करों की जानकारी और विश्लेषण के आदान प्रदान के लिए काम कर रहा है।

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