इंदौर। केंद्रीय आवास एवं शहरी विकास मंत्रालय द्वारा स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 की लांचिंग के बाद इसकी गाइडलाइन भी जारी कर दी गई है। इस बार की थीम कचरे से धन रखा गया है। नए प्रवधान में तीन जगह चार राउंड में शहरों के स्वच्छता की परख होगी। स्वच्छता सर्वेक्षण का टूल किट पर इंदौर नगर निगम ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है, इस बार तगमा बरकरार रखने की जिम्मेदारी महापौर पुष्यमित्र भार्गव के पास होगी।
पांच बार नंबर वन आने के बाद इंदौर नगर निगम छक्का लगाने की तैयारी में जुट गया है, स्वच्छता सर्वेक्षण 2023 की गाइडलाइन पर नगर निगम ने तैयारी शुरू कर दी है। इस बार इंदौर नगर निगम कचरा कलेक्शन प्रोसेसिंग को लेकर और वन टाइम यूज़ प्लास्टिक और 3 क्रक्रक्र पर भी ध्यान दिया जा रहा है। निगम के अफसरों के साथ अब नए महापौर पुष्यमित्र भार्गव के पास स्वछता का छक्का लगाने के जिमेदारी होगी।
स्वच्छता सर्वेक्षण 2023 की टूल किट
स्वच्छता सर्वे 2023 के तहत 9500 अंक निर्धारित किए गए हैं, जिसमें 48 प्रतिशत अंक कचरा उठाव और उसके निस्तारण पर दिया जा रहा है। पिछली बार 7500 अंक निर्धारित थे। अभी स्वच्छता सर्वेक्षण 2022 का परिणाम भी जारी नहीं हुआ है। जानकारी के अनुसार, फरवरी-मार्च महीने में होने वाला सिटीजन फीडबैक अभियान इस बार एक अक्टूबर 2022 से ही शुरू हो जाएगा ताकि समय पर परिणाम की घोषणा हो सके। ऐसे में शहरी निकायों को भी इसी अनुसार तैयारी करने को कहा गया है। इस बार सर्विस आधारित प्रगति पर 3000 की जगह 4525 अंक, सर्टिफिकेशन पर 2250 की जगह 2500 अंक और सिटीजंस फीडबैक पर 2250 की जगह 2475 अंकों की व्यवस्था की गयी है।
इंदौर पिछले 5 बार से स्वच्छता सर्वेक्षण में नंबर वन का किताब हासिल करता आ रहा है, अब इंदौर छक्का लगाने की तैयारी भी कर रहा है। सेंट्रल गवर्नमेंट द्वारा स्वच्छता सर्वेक्षण 2023 की गाइडलाइन भी जारी हो गई है, जिसकी तैयारी निगम ने शुरू कर दी है। – प्रतिभा पाल निगमायुक्त