18 लाख 35 हजार 316 मतदाता करेंगे 360 उम्मीदवार के मुकद्दर का फैसला

5 बजे बाद प्रत्याशियों के फैसले पर लग जाएगा ताला

इंदौर (धर्मेन्द्र सिंह चौहान)।
एक माह के चुनावी शोर शराबा सोमवार को थमने का बाद आज बुधवार को महाकुंभ में आहूति देने का काम शुरू हो गया। सभी पार्टियों के प्रत्याशियों ने जनसम्पर्क में कई किलोमीटर सड़क नापकर कई लोकलुभावन वादे मतदाताओं से किए, ताकि चुनाव में वे विजयश्री हासिल कर सकें। जनसम्पर्क खत्म होने के बाद बैठकें की गई। चुनाव के अंतिम पड़ाव पर आज 6 जुलाई को मतदान शुरू हो गया। इसमें
शहर के 18 लाख 35 हजार 316 मतदाता हैं, जो 360 उम्मीदवारों के मुकद्दर का फैसला बटन दबाकर कर रहे हैं। जनता जनार्दन नगर निगम के अगले पांच साल का मुकद्दर का बटन दबा रही है।

85 वार्डों में 341 पार्षद उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। जबकि महापौर के 19 इनके मुकद्दर का फैसला बटन दबाकर किया जा रहा है। शाम 5 बजे के बाद स्ट्रांग रूम में इनके मुकद्दर का फैसला बंद होकर उस पर नसीब का ताला लग जाएगा। अपने पक्ष में मतदान कराने प्रत्याशी और उनके कार्यकर्ता बूथों के आसपास जुट गए। कोरोना महामारी ने नगर सरकार का रास्ता लॉकडाउन लगाकर रोक लिया था, जिससे नगर निगम पर प्रशासन की हुकूमत काबिज हो गई थी। हालांकि इन दो सालों में यह भ्रांति भी टूट गई कि नेताओं के बगैर कोई अच्छे काम नहीं हो सकते। इन दो सालों में भी इंदौर देश में स्वच्छता की पायदान पर चढ़ता रहा और नम्बर वन बनता रहा। लोकतंत्र को कायम रखने के लिए जनता द्वारा चुनी गई सरकार अवश्य होना चाहिए। सांध्य दैनिक दोपहर की टीम ने 85 वार्डों का एनेलिसिस किया तो यह तथ्य सामने आए की सबसे कम दो-दो उम्मीदवार 20 वार्डों में और सबसे अधिक 10 उम्मीदवार 1 वार्ड में है। महापौर के लिए यूं तो 19 उम्मीदवार अपना मुकद्दर आजमा रहे हैं पर मुख्य मुकाबला कांग्रेस के प्रत्याशी संजय शुक्ला और भाजपा के पुष्यमित्र भार्गव के बीच ही है। चर्चा के मुताबिक, इस बार भाजपा और कांग्रेस में कई वार्डों में कांटे की टक्कर है तो कई वार्डों में दोनों दलों के प्रत्याशी आसानी से विजयश्री हासिल कर लेंगे। जिन वार्डों में कमजोर प्रत्याशी मैदान में उतरे थे, वहां विरोधी प्रत्याशी ने केवल औपचारिकता निभाते हुए जनसम्पर्क किया था। उधर, चुनाव को लेकर कल से ही बूथों पर सामग्री लेकर मतदान कर्मी पहुंच गए थे। संवेदनशील केन्द्रों पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है तो अन्य बूथों पर शांतिपूर्ण मतदान के लिए पुलिस लगातार पेट्रोलिंग करती रही। इसके पहले कल पुलिस ने कई जगह पैदल मार्च भी निकाला था।

वार्ड 52 में सबसे कम मतदाता
निर्वाचन आयोग की सूची के अनुसार निगम चुनाव में 9 लाख 36 हजार 213 पुरुष व 8 लाख 99 हजार 017 महिला मतदाता हैं तथा 86 थर्ड जेंडर मतदाता हैं। सबसे ज्यादा मतदाताओं वाला वार्ड 79 है। इसमें 35 हजार 881 मतदाता हैं। जबकि सबसे कम वाला वार्ड मूसाखेड़ी वार्ड 52 है, जहां 14011 वोटर शामिल है। शहर चुनाव प्रचार के दौरान दोपहर की टीम ने यह पाया कि इस बार कांग्रेस का प्रदर्शन सुधर सकता है। कई वार्डों में परिवर्तन भी संभव है। कांग्रेस को भाजपा के बागियों से मदद मिल सकती है जिससे कांग्रेस की सीटें बढ़ना तय माना जा रहा है।

मतदान प्रतिशत करेगा प्रभावित
हालांकि स्थिति शाम 5 बजे बाद मतदान प्रतिशत पर काफी कुछ निर्भर करेगी। ेे55 प्रतिशत के आसपास मतदान होने से भाजपा को नुकसान हो सकता है। क्योंकि पिछले 20 सालों से शहर सरकार व महापौर भाजपा का ही निर्वाचित होता आया है, जिससे एंटीइनकम्बेंसी का प्रभाव भी काफी हद तक पड़ेगा। वहीं बात करें सबसे कम प्रत्याशी की तो जिला निर्वाचन के अनुसार नगर निगम के जिन वार्डों में दो-दो उम्मीदार चुनाव मैदान में हैं, उनमें वार्ड क्रमांक 3, 6, 9, 18, 24, 27, 43, 49, 59, 61, 62, 65, 67, 69, 71, 72, 74, 76, 77 तथा वार्ड क्रमांक 79 शामिल हैं। सबसे ज्यादा प्रत्याशी वार्ड क्रमांक 54 में हैं। यहां 10 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। इन सभी के भाग्य का फैसला आज मतदाता कर रहे हंै।

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