इंदौर। कांग्रेस की सूची को अंतिम रुप देने के लिए जहां बड़े नेताओं के बीच बैठक चल रही है वहीं केवल कांग्रेस से चुनाव लड़ने के लिए मैदान में आने वाले पंकज संघवी भी अपने दो नाम लेकर पैरवी करते रहे। साथ ही वे यह भी धमकाते रहे कि मेरे उम्मीदवारों को यदि सूची में शामिल नहीं किया तो वे कांग्रेस को हिलाकर रख देंगे। अब यह मामला पूर्व मंत्री सज्जन वर्मा के पाले में पहुंच गया है।
कल कांग्रेस के उम्मीदवारों को लेकर बैठकों के दौर जहां चलते रहे। ४० उम्मीदवारों के नामों को लेकर लगभग सहमति तैयार हो चुकी थी। बाकि के लिए अंतिम निर्णय पूर्व मंत्री सज्जन वर्मा, विजयलक्ष्मी साधौ, विनय बाकलीवाल और संजय शुक्ला को बैठकर करना है। परंतु इस बीच हर बार कांग्रेस से चुनाव लड़कर जमा हो जाने वाले पंकज संघवी अचानक बैठक स्थल पर प्रकट हो गये और उन्होंने दो उम्मीदवारों को लेकर दबाव बनाने की कोशिश की। इसमे भरत जीनवाल भी शामिल है। पंकज संघवी कभी भी कांग्रेस के सक्रिय आंदोलनों में नहीं दिखते है और वे ना ही कभी कांग्रेस के कार्यक्रमों में शामिल होते हैं। केवल चुनावों के समय में ही मैदान में उतरने के लिए दिखाई देते है। जिन दो उम्मीदवारों को लेकर वे कांग्रेस के पदाधिकारियों को धमका रहे थे। संघवी लोकसभा, विधानसभा और महापौर के चुनाव भी हार चुके है। उसके बाद अब यह गेंद सज्जन वर्मा के पाले में चली गई है। दूसरी ओर दिग्विजयसिंह के नामों के अलावा इंदौर दौरे के दौरान कमलनाथ द्वारा दिये गये छह नामों को लेकर भी नि$र्णय होना है। यदि यह नि$र्णय कल नहीं हुआ तो १८ जून को नामांकन भरने के बाद इन नामों पर फैसला होगा।