सस्ते मकानों का दौर खत्म, आठ फीसदी तक बढ़ेगी इस साल कीमतें

महंगाई की मार का असर छोटे मकानों के सपने पर पड़ा

नई दिल्ली (ब्यूरो)। देश में अब अफोर्डेबल हाउसिंग का दौर खत्म होने जा रहा है। इस साल प्रापर्टी की कीमतों में गिट्टी, रेती, सरिया, सीमेंट सहित सभी सामान महंगे होने का असर दिखाई देने लगेगा। इस साल फ्लेट और मकानों की कीमतों में साढ़े सात प्रतिशत तक की वृद्धि होने जा रही है। यानी अब महंगे मकानों का दौर शुरू होने जा रहा है।

रायटर्स पोल ऑफ प्रापर्टी एनालिस्ट की जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि अब गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों के लिए मकान खरीदने का सपना टूटने जा रहा है। 10 लाख तक के मकान 12 लाख रुपए के होने जा रहे हैं। एनालिस के अनुसार पिछले 5 साल में यह कीमतें सबसे ज्यादा होगी। इस साल देशभर में प्रापर्टी की कीमतें 7.5 प्रतिशत तक बढ़ने जा रही है। दिल्ली, मुंबई में 4 से 5 प्रतिशत तक कीमतें पहले ही बढ़ चुकी हैं। इस मामले में बिल्डरों का कहना है कि गिट्टी, रेती और सीमेंट के भाव में भारी वृद्धि का असर तो है ही साथ ही डीजल की महंगाई भी सामान ढोने के भाव बढ़ा रही है। इन सबका असर आम आदमी पर ही पड़ेगा। इसके चलते 12 प्रतिशत तक कीमतें बढ़ने लगेगी। इंदौर में भी जहां मकान में लगने वाले प्लास्टिक के सामान पाईप 35 प्रतिशत तक महंगे हो गए हैं वहीं बालू-रेती का 500 फीट का ट्रक 33 हजार तक पहुंच गया है। इसके अलावा गिट्टी 750 रुपए मीटर के हिसाब से 10 मीटर की गाड़ी 8 हजार रुपए को पार गई है। मोर्या सरिया 66 रुपए किलो और सीमेंट 375 रुपए प्रति बोरी हो गई है।

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