सीनियर सिटीजन का फाइव स्टार आवासीय परिसर बनेगा

प्राधिकरण ने 13 करोड़ के प्रोजेक्ट पर शुरू किया काम

इंदौर। इंदौर विकास प्राधिकरण शहर के सीनियर सिटीजन्स के लिए एनआरआई सिटी की तरह फाइव स्टार सुविधाओ वाले फ्लैट तैयार करने जा रहा है। 13 करोड़ के इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट पर 13 करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे है। दो साल में तैयार होने वाले इस आवासीय कॉम्लेक्स में प्राधिकरण एक ही परिसर में सीनियर सिटीजन्स के लिए सभी आवश्यक सुविधाए भी जुटाएगा।
शहर में अकेले रहने वाले सीनियर सिटीजन्स के लिए इंदौर विकास प्राधिकरण ने आवासीय परिसर की योजना तैयार की है। यह योजना खास तौर पर ऐसे बुजुर्ग दांम्पति के लिए बनाई गई है, जो शहर में एकाकी जीवन जी रहे है, और उनके परिवार के अन्य सदस्य नोकारी के सिलसिले में शहर के बाहर या विदेश में रहते है। प्राधिकरण के पास इंदौर के एनआरआई लंबे समय से इस तरह के आवासीय परिसर तैयार करने की मांग कर रहे थे, जिसमें उनके बुजुर्ग परिजन सुकून से रह सके। इसी को ध्यान रखते हुए प्राधिकरण ने यह योजना तैयार की है, जिसके टेंडर भी जारी कर दिए गए है।
इस योजना में सीनियर सिटीजन्स के लिए 12 करोड़ 70 लाख 35 हजार की लागत से स्कीम नंबर 134 के भूखंड क्रमांक आरसी 11 पर एक आवासीय कांप्लेक्स तैयार किया जा रहा है, निस्के वर्क ऑर्डर जारी हो गए है। प्राधिकरण अध्य्क्ष जयपालसिंह चावड़ा के अनुसार
24 महीने में मई 2024 तक स्कीम नंबर 134 में वरिष्ठ नागरिकों के लिए आवासीय कांप्लेक्स बनकर तैयार हो जाएगा। यहां एक ही छत के नीचे वरिष्ठ नागरिक के लिए सभी सुविधाएं जुटाई जाएगी, ताकि रिटायरमेंट के बाद वह अपने जीवन मे परेशानियों का अनुभव न कर पाए।
6 मंजिला आवासीय कांप्लेक्स में फाइव स्टार सुविधाओ का इंतजाम
सीनियर सिटीजन्स को पहली मंजिल पर एक्टिविटी के लिए थेरेपी सेंटर, डायनिंग हॉल, कोर्ट यार्ड की सुविधाओं के लिए आरक्षित रखा जाएगा। दूसरी और छठी मंजिल तक लिफ्ट लगाई जाएगी। 6 मंजिला आवासीय कंपलेक्स में नीचे 8 दुकानें रहेगी। यहां पर वरिष्ठ नागरिकों के लिए किराना दुकान दूध दुकान के साथ-साथ चिकित्सक नर्स व सेवा करने वाले कर्मचारी भी मौजूद रहेंगे। प्रतिमाह वरिष्ठ नागरिकों से निर्धारित शुल्क लेकर क्लब जैसी सुविधाएं जुटाने की योजना बनाई गई है। इसके साथ वाकिंग ट्रेक, योग और स्विमिंग पूल जैसी सुविधाएं सेने पर विचार किया गया है।
ऐसे सीनियर सिटीजन्स जो रिटारमेंट के बाद एकाकी जीवन जी रहा है, और उनके बच्चे विदेश या शहर के बाहर नोकरी कर रहे है, उनकी परेशानियों को ध्यान रखकर प्राधिकरण इन योजना पर काम कर रहा है। दो साल में सीनियर सिटीजन्स कॉम्लेक्स बनकर तैयार हो जाएंगे।
-जयपाल सिंह चावड़ा,
अध्यक्ष, विकास प्राधिकरण
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