पेट्रोल भरवा लें… 7 मार्च से उछलेंगे भाव
डिपो 5 मार्च से ही सप्लाय धीमा कर कमाएंगे रुपया
इंदौर। 7 मार्च को पेट्रोल और डीजल के भाव में वृद्धि का क्रम शुरू हो जाएगा। अभी पेट्रोल कम्पनियों को 9 रुपए लीटर की वृद्धि घाटा पूरा करने के लिए करनी है। दूसरी ओर इंदौर के तमाम डिपो को अपनी आय बढ़ाने को लेकर 5 तारीख से ही पेट्रोल की सप्लाय शहर में धीमी कर देंगे। इसके चलते जहां शहर में पेट्रोल का संकट रह सकता है वहीं महंगा पेट्रोल खरीदने के लिए 8 मार्च की सुबह से तैयार रहना होगा। 100 से 200 रुपए तक की बचत टैंक फुल करवाकर की जा सकेगी। 118 दिन से शहर में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कोई वृद्धि नहीं हुई है।
रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध के बाद अब कच्चे तेल के भाव 113 डॉलर प्रति बेरल के भाव हो गए हैं जो अब तक के सर्वोच्च भाव माने जा रहे हैं। दूसरी ओर तेल देश उत्पादन बढ़ाने को तैयार नहीं है। इसके कारण भाव में वृद्धि बनी रहेगी। अभी तक 5 राज्यों के चुनाव के चलते पेट्रोल-डीजल की कीमतों को नहीं बढ़ाया गया था ताकि मतदान पर इसका असर नहीं पड़े। परंतु 7 मार्च को मतदान का अंतिम दौर समाप्त होते ही पेट्रोल-डीजल की कीमतों में अच्छी-खासी वृद्धि दिखाई दे रही है। 100 डालर प्रति बेरल के भाव होने पर भी तेल कम्पनियों को 5 रुपए 70 पैसे प्रति लीटर का घाटा हो रहा था। अब यह घाटा बढ़कर 9 रुपए प्रति रुपए लीटर के पार हो गया है। यदि सरकार ने टैक्स में कोई रियायत नहीं दी तो एक बार फिर पेट्रोल-डीजल की कीमतों 12 रुपए प्रति लीटर की वृद्धि हो जाएगी। दूसरी ओर केन्द्र सरकार में ही बैठे कुछ मंत्रियों ने सुझाव दिया है कि महंगाई को तीन हिस्सों में कर दिया जाए। यानी 4 रुपए का बोझ तेल कम्पनियां उठाएं, 4 रुपए टैक्स सरकार कम करे और 4 रुपए का बोझ आम आदमी पर डाला जाए। सरकार ने इस पर अभी कोई सहमति नहीं दी है। दूसरी ओर पेट्रोल पम्प के संचालक बता रहे हैं कि पिछली बार की तरह इस बार भी शहर में पेट्रोल-डीजल सप्लाय करने वाले डीपो 6 मार्च को पेट्रोल और डीजल की सप्लाय को बाधित करेंगे। वह इसलिए कि बढ़ी हुई कीमतों का लाभ उन्हें मिले। पिछली बार भी यही किया गया था अत: यदि कुछ पैसे बचाने की तमन्ना हो तो अगले दो दिनों में अपनी गाड़ी के टैंक में ठीकठाक पेट्रोल भरवा लें।