ओमीक्रोन का संक्रमण भी कम नहीं

अब करोना की तीसरी लहर ने भारत में दहशत फैलाई है, भारत में प्रतिदिन 2 लाख से ज्यादा संक्रमित लोग पाए जा रहे हैं। केरल, गोवा, तमिलनाडु, मुंबई ,दिल्ली, पश्चिम बंगलुरु, चेन्नई सभी के सभी हॉटस्पॉट बने हुए हैं। हम हैं कि एहतियात बरत ही नहीं रहे हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन की गाइडलाइंस की बाजारों में, सिनेमाघरों में, होटलों में, पर्यटन स्थल में जिस कदर धज्जियां उड़ाई जा रही है ऐसा लगता नहीं कि करोना अपने शबाब पर है, लोग बेखौफ बिना मार्क्स के और बिना सामाजिक दूरी बनाए एक दूसरे से मिल रहे हैं, और घूम रहे हैं। अब तो हमको समझ जाना चाहिए, जान है तो जहान है। भारत सहित पूरे विश्व में ओमीकौन तथा करोना की जुगलबंदी ने मानव जाति के जीवन लिए हड़कंप मचा के रखा है।
ओमीक्रोन तेजी से फैलता है पर करोना मानव जीवन के लिए ज्यादा घातक है। विश्व में अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा तथा फ्रांस के वैज्ञानिकों ने वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन के साथ वर्चुअल मीटिंग के बाद बताया कि ओमी क्रोन वैक्सीन के एंटीबॉडीज को भी चकमा देने में सक्षम है। अत: बूस्टर डोज लगाने के साथ-साथ शत प्रतिशत वैक्सीनेशन किया जाना इसका कारगर उपाय है।
ओमीक्रोन डेल्टा वायरस से 5 गुना तेजी से फैलता है पर कोरोना मानव जीवन के लिए ज्यादा खतरनाक माना जा रहा है । अंतर्राष्ट्रीय स्वास्थ्य संगठन की सभी राष्ट्रों को चेतावनी भरी हिदायत ने बताया कि ओमीक्रोन तेजी से फैलता जरूर है पर कोरोना की संक्रमण की स्थिति ज्यादा खतरनाक आंकी गई है। पूरे विश्व में अमेरिका,फ्रॉस,ऑस्ट्रेलिया, इजरायल, ब्रिटेन,चीन, कनाडा तथा अन्य राज्यों में कोरोना तथा ओमी क्रोन तेजी से फैल रहा है। इससे मानवी जीवन का अंत भी हुआ है। अत: तीसरी महामारी के संक्रमण में सभी देशों को अत्यंत सावधानी पूर्वक कोविड-19 के प्रोटोकॉल का पूर्णता पालन किया जाना सुनिश्चित होना चाहिए। अन्यथा दूसरी लहर की स्थिति फिर बन सकती है इससे वैश्विक स्तर पर मिलजुल कर निपटना होगा। अंतर्राष्ट्रीय न्यूज़ एजेंसियों के अनुसार ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के हवाले से बताया कि ब्रिटेन में दुनिया का सबसे पहले ओमिक्रोन संक्रमित शख्स की मौत हो गई है। ब्रिटेन में तूफानी लहर आने की आशंका है। पिछले कड़वे अनुभव को देखते हुए ब्रिटेन में 18 साल से उम्र के सभी लोगों को दिसंबर के अंत तक टीकाकरण का लक्ष्य रखा गया है। ब्रिटेन में अब तक प्रतिदिन लाख लोगों से ज्यादा प्रकरण सामने आए हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार यह नया वायरस बहुत ही खतरनाक हो चुका है एवं तेजी से फैलने वाला है। ओमीक्रोन अब तक 100 देशों में फैल चुका है और दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सीरिल रामफोसा करोना से संक्रमित पाए गए हैं। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना की शुभकामनाएं दी है। राष्ट्रपति ऐसे दिन संक्रमित पाए गए हैं जब देश में संक्रमण के दैनिक रिकॉर्ड में 50,000 नए मामले सामने आए हैं। पाकिस्तान में भी इस वायरस की पुष्टि की गई है, साथ ही भारत में केंद्र शासित प्रदेश के साथ अन्य सभी राज्यों में करोना के कुल 20000 प्रकरण पाए गए हैं। केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ के साथ-साथ केरल, आंध्र प्रदेश, बंगलोर, महाराष्ट्र, चंडीगढ़ पुदुचेरी मैं इस वायरस के कीटाणु पाए गए है। महाराष्ट्र सर्वाधिक प्रकरण दर्ज किए गए हैं। केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी में रविवार को अनिवार्य टीकाकरण प्रभावी कर दिया गया है। अब हर समय लोगों को टीकाकरण का प्रमाण पत्र साथ रखना होगा इसके नहीं रखने से लोगों को दंडित किया जाएगा। केरल के आधिकारिक सूत्रों ने बताया है कि कोच्चि में पहला मामला सामने आया है। यह संक्रमित व्यक्ति दिसंबर को ब्रिटेंन से कोच्चि लौटा था और जांच किए जाने पर उसे पॉजिटिव पाया गया। उसके बगल में बैठे हाई रिस्क वाले यात्रियों को भी सूचित कर दिया गया हैं। आंध्र प्रदेश में इस वैरीअंट का प्रभावित विदेशी व्यक्ति आयरलैंड से आया हुआ है। ईस प्रदेश में यह पहला मामला पाया गया। आंध्र प्रदेश के अधिकारिक सूत्रों के अनुसार राज्य में आए और संक्रमित पाए गए 15 विदेशी यात्रियों के नमूने जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए हैदराबाद भेजा गया है इनमें से 10 की रिपोर्ट मिल चुकी है जिसमें एक व्यक्ति में यह वायरस पाया गया। कर्नाटक में रविवार को इस वैरीअंट का तीसरा केस मिला 34 वर्षीय व्यक्ति दक्षिण अफ्रीका से आया था और कोरोनावायरस क्रमिक पाया गया था। उस व्यक्ति का सरकारी अस्पताल में इलाज चल रहा है। उसके प्राथमिक संपर्क में 5 लोग जबकि द्वितीय संपर्क में 15 लोग आने की सूचना है इन सभी से लिए गए जिलों के नमूनों को जांच के लिए प्रयोगशाला में भेज दिया गया है। भारत में केरल राज्य में रविवार को 8000 नए मामले करोना के आए हैं। सबसे ज्यादा मामला संवेदनशील केरल, मुंबई,दिल्ली, कोलकाता, आंध्र प्रदेश और चंडीगढ़ में होने की आशंका है । भारत जैसे विशाल जनसंख्या वाले देश को ईश्वरीय से बचने की बहुत ज्यादा आवश्यकता है। क्योंकि कोविड-19 के संक्रमण की दूसरी लहर के बाद लोग काफी लापरवाह एवं खुलकर जिले में विश्वास करने लगे हैं।ऐसे में बाजार ,पार्क, मंदिर, मस्जिद में विशेष सावधानी रखने की आवश्यकता है और खासकर पर्यटन स्थलों में जहां आम जनता 2 साल से घरों में रहकर बहुत ज्यादा बोरियत महसूस करने लगी थी। उसके उपरांत पर्यटन स्थलों में एक साथ निकल कर भीड़ की शक्ल देने लगे हैं, और चेहरे पर मास्क तथा आवश्यक दूरी बनाना भी उचित नहीं समझते है।ऐसे में भारत की विशाल जनसंख्या को यह नया वेरिएंट अपनी गिरफ्त में ले सकता है। इन परिस्थितियों में भारतीय जनमानस को भारत सरकार द्वारा दिए गए कोविड-19 के दिशा निर्देशों का पूरी तरह से पालन कर अपने आप को सुरक्षित करना होगा।वरना फिर कॉविड 19 के दूसरे संक्रमण की तरह जनहानि होने की संभावना बलवती हो सकती है। भारत सरकार ने भी पत्र लिखकर सभी राज्यों को हाई अलर्ट एवं सावधान रहने की आवश्यकता पर जोर दिया है। पर राज्य सरकार की सक्रियता के साथ साथ भारतीय नागरिकों को भी संक्रमण से बचने के लिए विशेष सावधानी रख, पूर्व में दिए गए प्रोटोकॉल का पालन करना होगा अन्यथा सावधानी हटी दुर्घटना घटी को वाली बात सिद्ध हो जाएगी।
संजीव ठाकुर ,चिंतक,लेखक,रायपुर छत्तीसगढ़, 9009 415 415,
संजीव ठाकुर
कथाकार कवि रायपुर छत्तीसगढ़,
9009 415 415,

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