प्रतिभाओं को आकार दे रहा है अभिनव कला समाज

नई साज-सज्जा के साथ तैयार हो रहे है नाटकों के लिए नए हॉल

इंदौर। 75 साल पुरानी संस्था अभिनव कला समाज अब अभिनय और कला के क्षेत्र में तेजी से अपनी पहचान कायम करने में सफल हो रही है। एकदम नये तेवर और क्लेवर के बाद जहां अभिनव कला समाज प्रांगण को भव्यता मिल रही है वहीं नाट्य समारोह के लिए बने हुए हाल जो लंबे समय से बेहतर स्थिति में नहीं थे अब वे इंदौर के नाट्य महोत्सव के लिए अपनी पहचान बनायेंगे इस समय प्रति सप्ताह यहां आठ से दस नाट्य समारोह विभिन्न संस्थाओं द्वारा किये जा रहे हैं। अभिनव के क्षेत्र की प्रतिभाओं को अब अपनी प्रतिभा दिखाने के लिए नया मुकाम हासिल हो रहा है। पिछले छह माह में अभिनव कला समाज ने दो बड़े महोत्सव कर अपनी पहचान फिर स्थापित कर ली है।
किसी जमाने में अभिनव कला समाज इंदौर के अभिनय के क्षेत्र में और संगीत के क्षेत्र में आने वाली प्रतिभाओं के लिए सबसे बड़ा केंद्र होता था। धीरे धीरे आयोजनों की रफ्तार कम होने के साथ ही केवल नाटकों की रिहर्सल ही यहां हो पाती थी। परंतु अब एक बार फिर अभिनव कला समाज में आने वाले युवाओं की संख्या एक हजार के लगभग पहुंच गई है। इसी के साथ हर सप्ताह चार से पांच नाटकों को राष्ट्रीय पहचान भी मिल रही है। वहीं अभिनव कला समाज प्रांगण के दोनों हाल अब नाट्य महोत्सव के लिए पूरी तरह तैयार किये जा रहे हैं। इसके बाद दोनों हाल में शहर के कई विभिन्न आयोजन भी हो सकेंगे। अभिनव कला समाज नाट्य प्रेमियों और कलाकारों को निशुल्क यह जगह उपलब्ध करवाता है। इस मामले में अभिनव कला समाज के कोषाध्यक्ष कमल कस्तुरी ने बताया कि आने वाले एक साल बाद अभिनव कला समाज संगीत और नाटक के क्षेत्र में कलाकारों के लिए नया मुकाम होगा। आपने बताया कि बड़े हाल का मंच जो वर्षों पुराना था अब उसे तोड़कर पूरी सुविधाओं के साथ नया मंच बन रहा है। इसी के साथ ही तीन सौ से अधिक लोगों की बैठक व्यवस्था भी इस परिसर में होगी। अभिनव कला समाज के पास छह से अधिक हाल है इन सभी को बेहतर तरीके से निर्मित कर आने वाले दिनों में इसे इंदौर की पहचान के रुप में बनाया जाएगा। और यह सब कार्य यहां के ट्रस्टियों की देखरेख में कला समाज के अध्यक्ष प्रवीण खारीवाल द्वारा करवाये जा रहे हैं। इसी परिसर में बाहर से आने वाले कलाकारों के लिए भी कुछ कमरे तैयार किये जा रहे हैं जिसमे वे रह सकेंगे। इस समय अभिनव कला समाज के उपाध्यक्ष रघुनंदन खंडेलवाल और डॉ. पूर्वी नीमगांवकर है। प्रधान मंत्री संजीव आचार्य और संयुक्त प्रधानमंत्री पं. सुनील मसूरकर है। प्रचार मंत्री नरेन्द्र भाले के अलावा कार्यकारिणी में रमेश झंवर, सतीश फालके, सोनाली यादव, राजेश पंड्या, नीतेश उपाध्याय और रोहित अग्निहोत्री है।

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