शहर को शर्मसार कर गया राजनितिक द्वेष का वीडियो
नेताओं को न डर न भय, ये कैसी सुचिता.... जहाँ आपस में ही मचा तांडव
इंदौर। शहर में पिछले चार दिनों से बेहद शर्मसार राजनितिक भूचाल आया हुआ है आदर्श,अनुशाशन ओर सुचिता की राजनीती करने वाली भाजपा में दो पार्षदों के बीच जुबानी जंग मिनटों में दुश्मनी में बदल गई ओर उसके बाद हुई घटना माँ अहिल्या की पावन नगरी को शर्मसार कर गई।
कुछ दिनों पूर्व भाजपा के पार्षद ओर एमआईसी सदस्य जीतू यादव ओर पार्षद कमलेश कालरा के बीच एक निगम कर्मचारी के कारण विवाद हुआ द्य कर्मचारी कमलेश कालरा के कहे अनुसार कार्य नहीं कर रहा था ओर कर्मचारी जीतू यादव का नाम ले रहा था उसका आडियों वाइरल हुआ फिर कालरा ओर जीतू यादव के बीच जुबानी जंग छिडी।
ओर उसके बाद जिस अंदाज में कालरा के घर हमला हुआ उस हमले में शहर हिल गया द्य माँ अहिल्या देवी के नाम से जाने जाना वाला शहर ओर उन्ही को आदर्श मानकर राजनीति करने वाले राजनेताओं को सोचने पर मजबूर कर दिया की ये क्या हुआ।
शहर को कभी पक्ष ओर विपक्ष के नेता पारिवारिक रिश्ते तक निभाते थे ओर आज भी कई नेता है जो उस परम्परा को निभा रहे है शहर के कई ठिये आज भी जिन्दा है जहाँ पक्ष ओर विपक्ष के नेता पत्रकारों के बीच बैठकर खुलकर वाद विवाद करते है ओर रिश्ते निभाते है लेकिन यादव ओर कालरा कांड ने शहर को हिला दिया है ओर हर कोई कह रहा है की ये क्या हुआ इस शहर की राजनीती को जिस अंदाज में कालरा के घर हमला हुआ और उनके बच्चे के साथ जो हरकत हुई वो शर्मासार कर रही है ओर पुलिस वीडियो वाइरल होने के भी चुप्पी साधे हुए है
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जो आश्चर्य जनक है जबकि मासूम के साथ हुई घटना शर्मशार है ओर गंभीर घटना है इस घटना के बाद भाजपा के दिग्गजो की चुप्पी भी घल रही है इंदौर से लेकर भोपाल तक राजनीतीक हलचल मच गई है लेकिन दबी जुबान।सवाल ये है की क्या अच्छे ओर सच्चे लोगो के लिए अब राजनीती में जगह नहीं बची है सब जगह बाहुबल ही नजर आएगा। तो ऐसे तो शहर में रहना और बोलना ही दुभर हो जायेगा। jitu yadav bjp indore
उक्त घटना न केवल भाजपा के लिए घतरे की घंटी है वही शहर की जनता को भी सोचना पडेगा की हमको कैसे जनप्रतिनिधि चुनना है दोनों नेताओं को नोटिस जारी हुए है अब जवाब का इंतजार है लेकिन क्या नोटिस ही सब कुछ है बड़े नेताओं को आगे आकर इस मामले में राय नहीं देना चाहिए या दोनों नेताओं को बैठाकर चर्चा नहीं करना चाहिए द्य आठ बार की पूर्व सासंद, वर्तमान सांसद, दो मंत्री, मेयर, विधायकों को जवाबदारी लेना चाहिए शहर हित में अब ये घटना नहीं होंगी। ओर राजनितिक घटनाओ को समाज का रंग देना भी अनुचित है सामाजिक समरसता का सन्देश देते भाजपा संगठन को भी सोचना पड़ेगा की राजनीती में समाज को आगे करना क्या उचित है ऐसे हर जगह यही होगा की लड़ाई किसकी ओर लड़े समाज जिसके कारण ओर ओर रागद्वेश फैलेगा। kamlesh kalra parshad indore