फिनिक्स: लिक्विडेटर और अभिभाषकों में दस्तावेजों को लेकर विवाद
मामला उच्च न्यायालय में न्यायमूर्ति के समक्ष अगली सुनवाई पर कार्रवाई
इंदौर। फिनिक्स टाउनशिप के २२ भूखंडों का निराकरण उच्च न्यायालय के प्रयास के बाद भी नहीं हो पा रहा है। इस मामले में कल उच्च न्यायालय ने लिक्विडेटर ने जब एक वकील द्वारा भूखंडों की रजिस्ट्री को लेकर जब दस्तावेज दिये जा रहे थे उस दौरान लिक्विडेटर ने जब फाइल फेंक दी तो अभिभाषकों ने इस मामले में उच्च न्यायालय में शिकायत दर्ज करवाई और कहा कि लिक्विडेटर लगातार परेशान कर रहा है। इसके साथ ही भूखंड और कब्जा ले चुके भूखंडधारियों ने भी लिक्विडेटर की शिकायत न्यायाधीश को की है। अब अगली तारीख पर लिक्विडेटर के खिलाफ उच्च न्यायालय में कुछ फैसला हो सकता है। अगली सुनवाई पर अब सबकी नजरें लगी रहेगी। bhumafia
फिनिक्स टाउनशिप के २२ भूखंडों पर शासन के निर्देश पर तहसील और पटवारी ने कब्जे दिलवाये थे इन भूखंडों की रजिस्ट्रीयां की जानी थी इसे लेकर उच्च न्यायालय ने न्यायमूर्ति सुबोध अभ्यंकर के यहां लगातार सुनवाई हो रही है। इस मामले में सभी भूखंड प्राप्त करने वाले कई बार लिक्विडेटर के कार्यालय पर भी चक्कर लगा चुके हैं। indore bhumafia इसके बाद भी वह रजिस्ट्री के लिए तैयार नहीं हो रहा है। इनमे से शैलेंद्र गुप्ता, अभिभाषक पंकज भंडारी और आनंद राजपूत ने ही शिकायत लगाई है कि लिक्विडेटर योमेश सेठ अकारण इस मामले को लटका रहा है।
Also Read – अहिल्यापथ: छोड़ी गई जमीनें वापस लेना प्राधिकरण के लिए संभव नहीं होगा, पहले भी उच्चतम न्यायालय से हार चुके हैं
इधर जब कल उच्च न्यायालय में रजिस्ट्री को लेकर दस्तावेजों की जांच की जानी थी तो रितेश अजमेरा के अभिभाषक विशाल बाहेती के जूनियर अर्जुन पाठक ने भूखंडों को लेकर उच्च न्यायालय में ही दस्तावेज जब योमेश सेठ को देने लगे तो उन्होंने न्यायालय के बाहर ही फाइल फेंक दी। इसके बाद इसकी शिकायत अर्जुन पाठक ने बार एसोसिएशन में भी की। इसके बाद अभिभाषक न्यायामूर्ति से भी मिले और लिक्विडेटर के व्यवहार के बारे में बताया। अब इस पूरे मामले में प्लाट होल्डरों ने भी लिक्विडेटर को हटाने का आग्रह किया है। वहीं बार एसोसिएशन की तरफ से भी अभिभाषकों ने कार्रवाई के लिए आग्रह किया है। अब अगली सुनवाई पर लिक्विडेटर पर कार्रवाई हो सकती है। फिनिक्स टाउनशिप की तरफ से भी रितेश अजमेरा ने शिकायत की है। landmafia