50 डाक्टरों को थमाए नोटिस, चिकित्सा विभाग ने शुरू की जांच, करेंगे सस्पेंड

इंदौर। नर्सिंग कालेजों में हुए फर्जीवाडे को चिकित्सा शिक्षा विभाग ने गंभीरता से लिया है। फर्जीवाड़ा होने से नए सत्र में छात्रों की प्रवेश प्रक्रिया रुकी हुई है। छात्र नर्सिंग का कोर्स करने में रुचि नहीं ले रहे हैं। इसे देखते हुए विभाग ने पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है।
सूक्ष्मता से जांच के बाद दोषी डॉक्टरों, पेरा मेडिकल स्टाफ को सस्पैंड करने जैसी कार्रवाई कर सकता है। फर्जीवाड़े में शामिल 50 डॉक्टरों को विभाग ने शोकाज नोटिस जारी किए हैं। नोटिस मिलते ही डॉक्टरों में हड़कंप मच गया है। फर्जीवाडे की तह तक जाने विभाग ने तीन दर्जन से अधिक डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ के खिलाफ विभागीय जांच शुरू कर दी है। Notice served to 50 doctors
विभाग पहली बार एक साथ इतने स्टाफ के खिलाफ कार्रवाई करेगा। सूत्रों की मानें तो विभागीय जांच शुरू करने से पहले ही कुछ दोषी स्टाफ सदस्यों व डॉक्टरों पर निलंबन की गाज भी गिर सकती है। फर्जीवाडे में 90 डॉक्टरों, नर्सिंग स्पाट था, जिसमें से 40 को फिलहाल राहत दी गई है। विभाग ने पिछले दिनों अपात्र कॉलेजों का निरीक्षण किया था। निरीक्षण के बाद ही डॉक्टर और नर्स को नोटिस जारी किए हैं।