77 फंसी हुई सीटें तय करेगी किसकी बनेगी नई सरकार

77 stuck seats will decide who will form the new government
77 stuck seats will decide who will form the new government

41 सीटें 50 हजार से कम, 21 सीटें 25 हजार से कम, 10 सीटें 10 हजार से कम, 4 सीटें 5 हजार से कम से जीती थी भाजपा

नई दिल्ली (ब्यूरो)। आज देश में पांचवे चरण में लोकसभा की 49 सीटों के लिए मतदान शुरू हो गया है। दूसरी ओर 2019 में भाजपा ने इन सीटों में से 32 सीटें जीती थी, जो अब दांव पर लगी हुई हैं। दूसरी ओर देशभर में लोकसभा की 77 सीटें ऐसी हैं जो फंसी हुई मानी जा रही है। इन सीटों पर पिछली बार भाजपा एक लाख से कम मतों से जीती थी, जब विपक्ष पूरी तरह बिखरा हुआ था। इस बार संयुक्त उम्मीदवार होने से यह सीटें संघर्ष में आ गई हैं। यही 77 सीटें तय करेगी की सरकार इंडिया गठबंधन या एनडीए किसकी बनेगी।

देशभर में अब दो और चरणों में चुनाव शेष बचा है। इधर पिछले दो चुनाव से लगातार जीती गई सीटें और कम मतों से जीती गई सीटों को लेकर ही नई सरकार का आंकलन हो रहा है। 2019 में भाजपा को 303 सीटें मिली थी, इसमें से इस बार यह 77 सीटें बुरी तरह उलझी हुई है। इसमें 41 सीटें 50 हजार से कम मतों से जीती गई थी। 21 सीटें 25 हजार से कम मतों से, 10 सीटें 10 हजार से कम मतों से और 4 सीट 5 हजार से कम मतों से जीती थी। इसके अलावा कुछ और सीटें 1 लाख से कम मतों से जीती गई थी। 2019 में164 सीटें भाजपा ने दो लाख से ज्यादा मतों से जीती थी। 42 सीटें भाजपा 3 लाख से ज्यादा मतों से जीती थी। lok sabha election 2024

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इन सीटों पर इस बार भी जीत का अंतर कम हो सकता है, पर भाजपा यहां इस बार भी जीतेगी। इसके अलावा अब महाराष्ट्र, उड़ीसा, पश्चिम बंगाल, तेलंगाना, राजस्थान में भाजपा ने जो सीटें जीती थी वहां पर विपक्ष में कोई समझौता नहीं था। इस बार संयुक्त उम्मीदवार खड़े होन के कारण यह सभी सीटें उलझ गई हैं।  lok sabha election 2024 इसमें पश्चिम बंगाल की 10, उड़ीसा की 7, तेलंगाना की 1, कर्नाटक की 7, छत्तीसगढ़ की 5, बिहार की 2, राजस्थान की 1 सीट शामिल है। इसके अलावा 41 सीटें उत्तर प्रदेश की भी हैं, जहां इंडिया गठबंधन का संयुक्त उम्मीदवार इस बार भाजपा के सामने है। उड़ीसा में 21 में से 8 सीटें भाजपा ने जीती थी जो सभी 1 लाख से कम मतों से जीती गई थी। हालांकि यहां सभी दल इस बार मैदान में हैं।

इसके अलावा 12 राज्यों के 6 जोड़े बने हुए हैं जहां सीटों का आंकलन बता रहा है कि इस बार उन सभी जगहों पर एनडीए की सीटें घट रही है। पिछले दो चुनाव को देखते हुए यह देखा जाता है कि जो सीटें फंसी हुई है उसमें से भाजपा के सीट निकालने का औसत 30 से 35 प्रतिशत ही रहा है। तमिलनाडु और केरल की 60 सीटों में इस बार भाजपा को बमुश्किल 4 से 5 सीटें मिल रही है। कर्नाटक और महाराष्ट्र की 76 सीटों में भी इस बार भाजपा को नुकसान का आंकलन किया गया है। lok sabha election 2024

केवल मध्यप्रदेश और गुजरात में भाजपा की सीटें पूरी तरह बरकरार रहेगी तो वहीं उत्तर प्रदेश और बिहार की 120 सीटों में इस बार भाजपा को बड़ा नुकसान हो रहा है। पश्चिम बंगाल और झारखंड में ज्यादा मतदान में दोनों ही दलों के आंकलन को गड़बड़ा दिया है, तो दिल्ली और पंजाब में भी नुकसान हो रहा है।

 

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