जमीन जालसाजों की 500 करोड़ की जमीनें अब ईडी ने जब्त की

गृह निर्माण संस्थाओं से सदस्यों का हक मारकर संस्था पदाधिकारियों से सांठगांठ कर खरीदी थी

ED has now seized lands worth 500 crores of land fraudsters
ED has now seized lands worth 500 crores of land fraudsters

इंदौर। अंतत: शहर के कई भूमाफियाओं की संपत्ति प्रवर्तन निर्देशालय (ईडी) ने जब्त कर ली है। अब इन सभी जब्त जमीनों के मामले ईडी की अदालत में ही सुने जाएंगे। यह सभी जमीनें जमीनों के जालसाजों ने ओने-पोने पर गृह निर्माण संस्थाओं के सदस्यों को धोखा देते हुए खरीदी थी। इन जमीनों की जालसाजी में सबसे ऊपर दीपक मद्दा का नाम है। साथ ही इस समय दुबई पुलिस की हिरासत में रहने वाले अरुण गोयल उर्फ अरुण मामा की बड़ी हिस्सेदारी दस्तावेजों में है। अरुण मामा दीपक मद्दा के साथ समता कंस्ट्रक्शन में कई जगह हिस्सेदार है। इसमें बंगाली चौराहे पर स्थित डेढ़ लाख वर्ग फीट जमीन शामिल है। जिसमें अरुण मामा ने दीपक मद्दा के साथ संस्था के पदाधिकारी बनने के बाद जमीन खरीदने वाली कंपनी में भी हिस्सेदारी रखी थी। जमीनों के जालसाजों की यह जमीनें अब कई वर्षों तक ईडी के प्रकरणों में उलझी रहेगी। land mafia indore

दो दिन पहले ही दैनिक दोपहर में इन जमीनों को लेकर ईडी की कार्रवाई के संकेत दिए थे। तब तक ईडी ने जिला प्रशासन और सरकार को लिखकर निर्देशित किया था कि वे इन जमीनों की खरीदी बिक्री नहीं होने दे। ईडी ने सहकारी सोसायटी के जमीन घपले में 500 करोड़ की संपत्तियों का अटैचमेंट कर लिया है। घोटाले के समय इन संपत्तियों की कीमत जरूर 22 करोड़ थी, लेकिन जिस तरह से जमीनों की कीमत इंदौर में बढ़ी है और यह सभी पॉश एरिया में जमीन स्थित है इनकी आज की बाजार कीमत इंडी ने ही 500 करोड़ की मानी है। इन संपत्तियों को किया गया था चिन्हित मनी लॉन्ड्रिंग में लिप्त पाई गई दीपक मद्दा उर्फ दीपक जैन उर्फ दिलीप सिसौदिया के साथ ही उसकी पत्नी समता जैन, उसकी कंपनियों के नाम की जमीन, टीनू उर्फ भूपेश संघवी, सुरेंद्र संघवी के बेटे प्रतीक संघवी आदि के नाम दर्ज जमीन को चिन्हित किया गया था। यह जमीन करीब आठ हेक्टेयर है। Arun Mama

इसमें यह संपत्तियां चिन्हित हुई थी

खजराना: सर्वे नंबर 1059/1, 1066/1, 1132/1532/2 की कुल 0.555 हेक्टेयर जमीन जो दिलीप सिसोदिया यानि महा के नाम पर है। बिचौली मर्दाना: सर्वे नंबर 247/10 की करीब एक एकड़ जमीन जो दिलीप सिसोदिया के नाम पर है। बिचौली हप्सी: सर्वे नंबर 433/1/1 की 0.150 हेक्टेयर जमीन जो मेसर्स तनवी कंस्ट्रक्शन पार्टनर भूपेश (टीन) संघवी की है। मोरोद नेहरू बिचौली हप्सी: सर्वे नंबर 359/4/1/9 की 1.214 हेक्टेयर जमीन यह भी दिलीप सिसौदिया के नाम पर है। बिचौली हप्सी: सर्वे नंबर 21/1, 22/1/2 की 1.71 हेक्टेयर जमीन जो समता कंस्ट्रक्शन प्रालि कंपनी के नाम है जिसमें डायरेक्टर कमलेश बाबूलाल वेद के साथ ही अजय अग्रवाल, प्रतीक संघवी, जय श्री संघवी और मद्दा की पत्नी समता जैन शामिल है।

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खजराना: सर्वे नंबर 1133/1, 1134/1, 1147, 1149, 1151, 1187/2, 1188/3, 1189/2, 1095/2, 1098/1 सहित अन्य दर्जन भर सर्वे नंबर है, जो कुल 3.180 हेक्टेयर है और यह समता डेवकॉन प्रालि के नाम पर है। इसमें डायरेक्टर आशीष जैन और दिलीप सिसोदिया है। इसमें कई सर्वे नंबर वैभव महालक्ष्मी रियल तर्फे भागीदार धवन के नाम पर भी है। खजराना: सर्वे नंबर 1148 की 0.150 हेक्टेयर जमीन यह भी समता देवकान्स प्रालि के पास है। यह फ्लैट और ऑफिस भी है चिन्हित इसके साथ ही समता जैन के नाम पर आठ बी साउथ तुकोगंज 102 बी शालीमार कॉर्पोरेट सेंटर इंदौर का दफ्तर और दीपक जैन के नाम का 16, सांधी कॉलोनी 302 पूजा अपार्टमेंट इंदौर वार्ड 43 भी अटैच होगा। इंडी ने हाल ही में मजदूर पंचायत सोसायटी को पुष्पविहार कॉलोनी में जमीन खरीदने वाले भूमाफिया केशव नाचानी उर्फ हनी, उनके बेटे कमल नाचानी की कंपनी जीनेक्स्ट ट्रेडिंग कंपनी, रिश्तेदार ओमप्रकाश वाधवानी उर्फ टनी के साथ ही मद्दा के रिश्तेदार मौसा अशोक पिपाडा, मद्दा की पत्नी समता जैन की कंपनी समता रियल्टी की प्रॉपर्टी की खरीदी-बिक्री पर रोक लगा दी है।

ईडी ने हनी- टनी की इन संपत्तियों को कर दिया है चिन्हित

इंडी ने केशव नाचानी उर्फ हनी के बेटे कमल नाचानी की संपत्तियों में बिचौली हप्सी के बिचौली मर्दाना के सर्व नंबर 10/3/2 (0.092 हेक्टेयर), 10/3/3 (0.086), 10/3/4 (0.086), 10/3/8 (0.092) की संपत्तियों पर रोक लगा दी है। यह संपत्तियां मेसर्स जीनेक्स्ट ट्रेडिंग कंपनी प्रालि तर्फे डायरेक्टर कमल कुमार पिता केशवकुमार नाचानी, उषानगर के नाम पर हैं। इसके साथ ही केशव कुमार नाचानी की नार्थ यशवंतगंज, महंत कॉम्पलेक्स की संपत्ति, बडाड साराफा का एक संपत्ति, पलसीकर कॉलोनी की संपत्ति और जेल रोड की एक संपत्ति पर रोक लगा दी है। साथ ही उनकी पत्नी रेणुदेवी की खातीवाला टैंक और पलसीकर कॉलोनी की संपत्तियों पर भी रोक लगाई गई है। इसके साथ ही एक अन्य कंपनी मेसर्स उमंग डेवलपर्स जिसमें गोपाल नीमा, दिनेश नीमा, केशव नाचानी और द्वारकादास महाजन हैं, उनकी भी स्कीम 71 की एक संपत्ति को चिन्हित किया गया है। उधर दीपक मद्दा के रिश्तेदार (माँसा) अशोक पिपाडा की भी संपत्ति 15 गिरधर नगर मल्हारगंज को चिन्हित किया गया है। यह वैसे मद्दा का ही पुराना घर हैं। इसके साथ ही नाचानी के रिश्तेदार और टनी नाम से पहचान रखने वाले ओमप्रकाश धनवानी के खजराना के सर्वे नंबर 92 के विविध बटांकन की जमीन भी ईडी ने चिन्हित की है। मेसर्स समता रियलटी जो मद्दा की पत्नी समता जैन की कंपनी है इसके भी छोटी ग्वालटोली, साउथ तुकोगंज की कई संपत्तियों को चिन्हित किया गया है।

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