इंदौर। शहर में एक और प्रतिष्ठित अस्पताल का सौदा लगभग 80 करोड़ में हो गया है। यह अस्पताल संचालकों के आपसी विवाद के कारण लम्बे समय से खींचतान के चलते संचालित नहीं हो पा रहा था। अब यह अस्पताल अपोलो समूह के पास चला गया है। मामला अदालत तक चला गया था। शहर में अस्पतालों का यह दूसरा बड़ा सौदा है। इसके पूर्व लाइफ लाइन अस्पताल सीएचएल से अलग हुए डॉ. राजेश जैन ने 45 करोड़ में खरीदा था।
सूत्रों के अनुसार स्कीम नं. 54 स्थित सिनर्जी हॉस्पिटल की शुरुआत शहर के चुनिंदा डॉक्टरों ने मिलकर की थी। इस अस्पताल को संचालित करने के लिए डॉ. सुबोध जैन को अधिकार दिए गए थे, परंतु डॉक्टरों के आपसी विवाद के कारण इस अस्पताल का संचालन संभव नहीं हो पा रहा था। डॉ. सुबोध जैन के साथ जुड़े डॉक्टरों ने अपनी हिस्सेदारी को लेकर अदालत का दरवाजा भी खटखटाया था। इसके बाद आपस में हुए समझौते के उपरांत अस्पताल का टाइटल पूरी तरह क्लियर होने के बाद अब इस अस्पताल को राजश्री अपोलो समूह ने 80 करोड़ रुपए में खरीद लिया है।
अस्पताल को पूर्व स्थिति में ही संचालकों ने यथावत सौंपा है। इसके बाद यहां पर अब नए सिरे से अस्पताल में कई सुधार के साथ अपोलो समूह द्वारा संचालित किया जाएगा। इस अस्पताल की भूमि इंदौर विकास प्राधिकरण द्वारा आवंटित की गई थी। यह भूमि शोभाग्यमल जैन के नाम पर थी। इसमें बड़ी राशि मिल क्षेत्र के बड़े कारोबारी पप्पू चौकसे द्वारा खर्च की गई थी। अपोलो समूह इसके पूर्व सीएचएल अस्पताल के साथ भी था।
इस अस्पताल के सौदे में सीएचएल अस्पताल के संचालकों की भी बड़ी भूमिका रही है। इसके बाद राजश्री हॉस्पिटल के साथ अपोलो समूह की भागीदारी हुई थी। अब यह तीसरा अस्पताल होगा जो अपोलो समूह के संचालन दायरे में आएगा। इस मामले में अस्पताल संचालकों से कोई संपर्क नहीं हो पाया।