“पत्रकारिता धर्म है व्यवसाय नहीं – डॉ. भरत शर्मा”

यह बात देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के पत्रकारिता विभाग के सभागार में नये छात्रों के लिए आयोजित इंडक्शन प्रोग्राम में मुख्य अतिथि डॉ. भरत शर्मा (सदस्य – संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार) ने अपने उद्बोधन में कही । आपने छात्रों को बधाई देते हुए कहा कि पत्रकारिता एक निष्पक्ष, सत्यमार्गी, निर्भीक और सजग जीवन देने की शैली है जो आपको सशक्त और देशप्रेम के ओज से भर देती है ।

इसे धर्म मानकर अपनाने से ही इसकी सार्थकता है । इस धर्म को ईमानदारी और ज़िम्मेदारी से निभायें
जीवन में ग़लतियों से निराश ना हो और उसे छुपाने की कोशिश करने के बजाये उससे सीख ले और उसे सुधारने का प्रयत्न करें । उच्च शिक्षण ग्रहण करने के साथ ही मर्यादा, अनुशासन और कृतज्ञता का भाव आपको उच्चतम शिखर पर पहुँचा सकता है। आज का युवा हमारे भारत का भविष्य है और आपका संस्कारी और सफल होना, देश के संस्कारी और प्रगति का पर्याय बनता है ।
कार्यक्रम में विभागाध्यक्ष डॉ. सोनाली निर्गुण्डे ने मुख्य अतिथि का परिचय और स्वागत किया और श्री सतीश जाकेठिया, सुश्री गरिमा मुद्गल ने आभार व्यक्त किया ।

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