कुक्षी को जिला बनाने के लिए “जनहित का सफ़र” हुआ प्रारंभ

 

◆ पंचमुखी माँ गायत्री की पूजा आरती कर गांव-गांव जनसंपर्क हो रहा

◆ स्कूलों में छात्रों से मिलने पर छात्र बोले- सरकार कुक्षी को जिला बनाये

◆ मुख्यमंत्री के नाम पोस्ट कार्ड व हस्ताक्षर अभियान के साथ कर रहे जनजागृति

कुक्षी। प्रदेश के बड़े जिलों में शुमार धार की बड़ी तहसील कुक्षी को बरसों से जिला बनाने की मांग की जा रही है। समय-समय पर शासन-प्रशासन को हम “कुक्षी जिला बनाओ आंदोलन” के लोग लगातार इस महत्वपूर्ण जनहितैषी मांग पर ध्यानाकर्षण करवाते आ रहे है।
हम कुक्षी को जिला बनाने का मांग प्रस्ताव पत्र शासन-प्रशासन को कई बार प्रेषित कर चुके व प्रत्यक्ष रूप से भी दे चुके है।
इसी कड़ी में “जनहित का सफ़र’ नामक जनसंपर्क यात्रा आज पंचमुखी माँ गायत्री मंदिर कुक्षी में पं. प्रितेश पांडेय द्वारा विधिवत पूजा आरती करवाकर प्रारम्भ हुई।
“कुक्षी जिला बनाओ आंदोलन” प्रमुख सोमेश्वर पाटीदार ने बताया कि, “जनहित का सफ़र” गांव-गांव, फलियां-फलियां पहुँचेगा और इसके माध्यम से कुक्षी जिला बनने से क्षेत्र का विकास व जनता को लाभ पर विस्तृत में संवाद कर जनजागृति करेंगे। जिस तरह राजनीतिक दल सत्ता पाने के लिए वोट मांगने हेतु जनसंपर्क करते है और “कुक्षी जिला बनाओ आंदोलन” क्षेत्र के विकास को दृष्टिगत रख, जनहित में जनसंपर्क कर रहा है। सप्ताह से सप्ताह का “जनहित का सफ़र” की विस्तृत जानकारी व रूट हम सार्वजनिक करते रहेंगे।
एडव्होकेट राजप्रकाश पहाड़िया ने कहा कि, कुक्षी भौगोलिक, व्यापारिक हर दृष्टि से जिला बनाने के लिए उपयुक्त है। कुक्षी जिला बनाओ आंदोलन लगातार संघर्षरत है और हम सभी इस आंदोलन के समर्थन में है। मुख्यमंत्री शीघ्र इस ओर ध्याम दें।
थोक किराणा व्यापारी संघ सचिव रूपेश बड़जात्या ने कहा कि, धार जिला मुख्यालय की दूरी अधिक होने से हर वर्ग के लोगों को परेशानी होती है। इसलिए कुक्षी जिला शीघ बनाया जाए।
इस अवसर पूर्व महिला आयोग अध्यक्ष व भाजपा नेत्री श्रीमती रेलम चौहान, पार्षद हरीश सेन, गौ सेवा समिति प्रमुख प्रह्लाद माहेश्वरी, एडव्होकेट राजेन्द्र गुप्ता, भाजपा नेता के सी मिस्त्री, बंशीलाल बाड़मेरा सोनी, गोपाल सोनी, रोहित भावसार, ईफराज कुरैशी, पूर्व प्रेस क्लब अध्यक्ष आशीष परसाई, हितेश जोशी, विशाल रावत, सज्जाद खान, सुरेश पाटीदार, आनंदीलाल पाटीदार रिटायर्ड आर्मी, गोविंद पांडेय, गौतम पांडेय, नीरज गुप्ता, कमल रावत, अशोक गुप्ता ट्रेडर्स, अशोक गुप्ता, गौरव नामदेव,अश्विन पांडेय, अंकित बंगाली आदि उपस्थित थे।

● सुसारी में स्कूलों में भी पहुँचे

कुक्षी से प्रारम्भ “जनहित का सफ़र” ग्राम सुसारी पहुँचा, वहां पर आमजनों से पोस्ट कार्ड व हस्ताक्षर करवाने के साथ ही स्कूलों में छात्रों से भी कुक्षी जिला बनने से होने वाले क्षेत्र को लाभ की विस्तृत में जानकारी दी।


छात्र व अध्यापकगण बोले कुक्षी जिला बनाना बहुत जरूरी है। हमको वर्तमान धार जिला मुख्यालय दूर होने से बहुत समस्याओं का सामना करना होता है।
सरकार से मांग करते है कुक्षी को अतिशीघ्र जिला बनाये।
इस अवसर पर सुसारी उपसरपंच नारायण पाटीदार, पत्रकार गणपत राठौड़, शैलेंद्र लड्डा, मोहन गरासिया, सुरेश पाटीदार, राजू पाटीदार उपस्थित थे।

पूर्व में भी विभिन्न गतिविधियां की जा चुकी

विभिन्न गतिविधियों में हस्ताक्षर अभियान, राजनीतिक, सामाजिक व अन्य संगठनों के समर्थन पत्र अभियान, 112 दिवस तक मौन उपवास, खून से मुख्यमंत्री को पत्र, आरएसएस ने कुक्षी को कार्यो की दृष्टि से जिला माना है इसलिए कुक्षी से आरएसएस मुख्यालय नागपुर (महाराष्ट्र) तक सायकल यात्रा की, शिव आराधना के पावन पर्व श्रावण माह में संभावित कुक्षी जिला क्षेत्र के 12 शिवलिंगो का अभिषेक किया, एवं दिनांक: 27 फरवरी 2022 से प्रति रविवार रात्रि 8 से 10 बजे तक साप्ताहिक सांकेतिक धरना प्रदर्शन जारी है।
हम जनहित के विषयों पर सतत सक्रिय है, कुक्षी जिला बनाने की मांग पर दिनांक: 18 मार्च 2021 को धार आगमन पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को कुक्षी जिला बनाने का मांग प्रस्ताव पत्र सौपते ही उन्होंने जवाब दिया था कि, कुक्षी विधानसभा में जीत का अंतर तो देखो… इस तरह की सोच क्या किसी मुख्यमंत्री के लिए संवैधानिक व शोभनीय है ?
नगर व क्षेत्र की आस्था के केंद्र पंचमुखी माँ गायत्री मंदिर सरोवर कुक्षी में आसपास की कॉलोनियों का मलमूत्र गंदा पानी आ रहा है जिसे लेकर लंबे जनांदोलन के बाद पर्यटन विभाग से विकास कार्य हो रहे परंतु नगर परिषद की लापरवाही से गंदा पानी अब भी आ रहा है। इसके विरोध स्वरूप मैने मलमूत्र गंदे पानी भरे सरोवर में डुबकी लगाकर गंदा पानी पिया था। जिसकी सूचना शासन-प्रशासन को लगभग डेढ़ माह पूर्व दी गई थी पर एक भी व्यक्ति इनका मौके पर नही आया और न ही अब तक कार्य प्रारंभ किया है।
आंदोलन प्रमुख पाटीदार ने कहा कि, इस प्रकार भेदभावपूर्ण रवैया रखने वाले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के पद पर रहते तक दिनांक: 04 अक्टूबर 2022 महानवमी के दिन से संकल्प के साथ दुखी मन से मै जूते-चप्पल का त्याग कर नंगे पैर चलता हूँ। सरकार भले ही भाजपा की रहे, पर ऐसे दोहरी नीति वाले गैरजिम्मेदार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अब नही होना चाहिए।
आगामी समय में क्रमबद्ध आंदोलन का जिम्मेदार शासन-प्रशासन होगा।

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